ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा हमास ने इसराइल में किए मानवता के विरुद्ध अपराध

मानवाधिकार समूह ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इसराइल पर हुए हमले के दौरान हमास और कम से कम चार अन्य फ़िलिस्तीनी सशस्त्र समूहों ने इसराइली नागरिकों के विरुद्ध कई युद्ध और मानवता के विरुद्ध अपराध किए. ह्यूमन राइट्स वॉच की एक नई रिपोर्ट कहती है कि हमास ने इसराइली नागरिकों पर जानबूझ गोलियां चलाईं. इसके अलावा रिपोर्ट यह भी कहती है कि हमास ने हिरासत में लोगों की जानबूझ कर हत्या की. साथ ही रिपोर्ट में हमास पर यौन और लिंग आधारित हिंसा करने, लोगों को बंधक बनाने, शवों को क्षत-विक्षत करने और लूटपाट करने का आरोप भी लगाया गया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नागरिकों की हत्या करना या उनको बंधक बनाना हमास के हमले का मुख्य उद्देश्य था. हालांकि हमास ने ह्यूमन राइट्स वॉच के दावों को झूठा क़रार देकर माफ़ी की मांग की है. पिछले साल अक्टूबर के महीने में चरमपंथी संगठन हमास ने इसराइल पर हमला कर दिया था. इस हमले में 1200 से भी ज़्यादा नागरिक मारे गए थे और 251 नागरिकों को बंधक बना लिया गया था.(bbc.com/hindi)

ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा हमास ने इसराइल में किए मानवता के विरुद्ध अपराध
मानवाधिकार समूह ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इसराइल पर हुए हमले के दौरान हमास और कम से कम चार अन्य फ़िलिस्तीनी सशस्त्र समूहों ने इसराइली नागरिकों के विरुद्ध कई युद्ध और मानवता के विरुद्ध अपराध किए. ह्यूमन राइट्स वॉच की एक नई रिपोर्ट कहती है कि हमास ने इसराइली नागरिकों पर जानबूझ गोलियां चलाईं. इसके अलावा रिपोर्ट यह भी कहती है कि हमास ने हिरासत में लोगों की जानबूझ कर हत्या की. साथ ही रिपोर्ट में हमास पर यौन और लिंग आधारित हिंसा करने, लोगों को बंधक बनाने, शवों को क्षत-विक्षत करने और लूटपाट करने का आरोप भी लगाया गया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नागरिकों की हत्या करना या उनको बंधक बनाना हमास के हमले का मुख्य उद्देश्य था. हालांकि हमास ने ह्यूमन राइट्स वॉच के दावों को झूठा क़रार देकर माफ़ी की मांग की है. पिछले साल अक्टूबर के महीने में चरमपंथी संगठन हमास ने इसराइल पर हमला कर दिया था. इस हमले में 1200 से भी ज़्यादा नागरिक मारे गए थे और 251 नागरिकों को बंधक बना लिया गया था.(bbc.com/hindi)