कलेक्टर ने कहा जब तक मुआवज़ा न मिल जाए ज़मीन मत छोड़ना.. 

compensation

-गैस पाइपलाइन प्रभावित किसानों से ज़िला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में मिले थे कलेक्टर से
दुर्ग। ग्राम अहेरी में आयोजित ज़िला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में दुर्ग ज़िले के गैस पाइपलाइन प्रभावित किसानों ने गेल (इंडिया) लिमिटेड की परियोजना पर पुनः एक बार रोक लगाने की माँग की है । 
 ग्राम बागडूमर के किसान ओमप्रकाश ने बताया कि दिनांक 03 अगस्त 2024 को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास में गेल (इंडिया) और किसानों की बीच बैठक हुई थी । उक्त बैठक में भूपेश बघेल जी ने गेल (इंडिया) के अधिकारियो को निर्देशित किया था कि भूमि सहित पिछले दो साल का फसल नुक़सान का मुआवज़ा देने के बाद ही पाइपलाइन का कम शुरू किया जाएगा । उक्त बैठक को आज एक महीना बित गया पर आज दिनांक तक बागड़ूमर में कोई अधिकारी नहीं आए । 
ग्राम पथरियाँ के किसान शंकर साहू ने बताया कि पथरियाँ में एक नया नोटिस बाटा जा रहा है जिसमे भूमि का मुआवज़ा वर्ष 2023 में निर्धारित किए गए मुआवज़े से कम है और फसल नुक़सान का मुआवज़ा केवल एक साल का ही दिया जा रहा है। यह हम किसानों के साथ धोखा धड़ी है । मुआवज़ा राशि का विवरण ठीक से नहीं बताया जा रहा है फ़सल के अलावा हुए अन्य नुक़सान जैसे पेड़, बोरवेल, जाली घेरा इत्यादि के मुआवज़ा का कोई उल्लेख नहीं है । 
ग्राम अहेरी के किसान साहेबलाल ने बताया कि हमने कलेक्टर महोदया से माँग कि है कि पाइपलाइन परियोजना से विगत दो साल से हमे फ़सल नुक़सान हो रहा है उक्त दोनों साल के फसल नुक़सान का पंचनामा के दौरान हमारे पटवारी अनुपस्थित थे। अतः हमारे फसल नुक़सान का पंचनामा पटवारी के उपस्थिति में पुनः बनाया जाये और दो साल का फसल नुक़सान एकमुस्त दिया जाए । उसके जवाब में कलेक्टर के कहा कि जब तक आपको आपका मुआवज़ा नहीं मिल जाता अपनी ज़मीन मत छोड़ना । 
किसान नेता रवि प्रकाश ताम्रकार ने बताया कि गेल (इंडिया) पूर्व मुख्यमंत्री के समक्ष किए गए अपने वादे पर अमल नहीं कर रहे है । किसानों को अभी भी संपूर्ण जानकारी नहीं दे रहे है मनमाने तरीक़े से नोटिस दिया जा रहा है । मुआवज़ा से संबंधित कोई भी सवाल पूछने पर इनके पास कोई जवाब नहीं रहता है । 
किसानों ने माँग की है कि प्रत्येक गाँव में शिविर लगाकर फसल नुक़सान और मुआवज़ा से संबंधित संपूर्ण जानकारी सार्वजनिक रूप से बताई जाए । उक्त शिविर में ग्राम अहेरी, बागडूमर, ढौर, हींगनाडीह के किसान उपस्थित रहे ।