कल घर-घर विराजेंगे विघ्नहर्ता:गांधी पार्क पर मुर्तियों का बाजार सजा, कई रूप में बनाई प्रतिमाएं

जिले भर में कल यानी गणेश चतुर्थी के दिन घर-घर में विघ्नहर्ता गणपति जी विराजेंगे। जिससे दस दिवसीय गणेश महोत्सव का भी शुभारंभ हो जाएगा। 7 सितंबर को जिलेभर में गणेश जी की पूजा-अर्चना होगी। इसके लिए घरों में भगवान गणपति को विराजमान करने से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर झांकी सजाने की तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। आज गणेश प्रतिमाओं को विराजमान करने के लगे ले जायेंगे। शहरों और कस्बों में जगह-जगह गणपति कश प्रतिमाओं को बनाने और बेंचने के लिए दुकानें सजी ही हुई हैं, जहां अलग-अलग गई प्रकार की गणेश प्रतिमाएं बिक्री हेतु रखी गई हैं इनमें सबसे ज्यादा मूर्तियां मूशक पर विराजमान भगवान गणेश की हैं। क्या। इस बार गणेश जी की मूर्तियों में हर साल की तरह अलग-अलग प्रकार के आकार की मूर्तियां बनाई गई हैं। गणेश जी राधेकृष्ण के रूप में हैं तो सबसे ज्यादा मांग सिंदूरी रंग के गणेश कहीं पर भगवान राम के रूप में हैं। मूर्तियां दस-बीस से लेकर हजारों रुपए तक की कीमत की हैं। जितना बड़ा आकार ज्यादा मूर्ति की कीमत है। इस बार भी हर साल तक की तरह गणेश प्रतिमाएं बनाने और उनकी पूजा करने पर जोर दिया गया।

कल घर-घर विराजेंगे विघ्नहर्ता:गांधी पार्क पर मुर्तियों का बाजार सजा, कई रूप में बनाई प्रतिमाएं
जिले भर में कल यानी गणेश चतुर्थी के दिन घर-घर में विघ्नहर्ता गणपति जी विराजेंगे। जिससे दस दिवसीय गणेश महोत्सव का भी शुभारंभ हो जाएगा। 7 सितंबर को जिलेभर में गणेश जी की पूजा-अर्चना होगी। इसके लिए घरों में भगवान गणपति को विराजमान करने से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर झांकी सजाने की तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। आज गणेश प्रतिमाओं को विराजमान करने के लगे ले जायेंगे। शहरों और कस्बों में जगह-जगह गणपति कश प्रतिमाओं को बनाने और बेंचने के लिए दुकानें सजी ही हुई हैं, जहां अलग-अलग गई प्रकार की गणेश प्रतिमाएं बिक्री हेतु रखी गई हैं इनमें सबसे ज्यादा मूर्तियां मूशक पर विराजमान भगवान गणेश की हैं। क्या। इस बार गणेश जी की मूर्तियों में हर साल की तरह अलग-अलग प्रकार के आकार की मूर्तियां बनाई गई हैं। गणेश जी राधेकृष्ण के रूप में हैं तो सबसे ज्यादा मांग सिंदूरी रंग के गणेश कहीं पर भगवान राम के रूप में हैं। मूर्तियां दस-बीस से लेकर हजारों रुपए तक की कीमत की हैं। जितना बड़ा आकार ज्यादा मूर्ति की कीमत है। इस बार भी हर साल तक की तरह गणेश प्रतिमाएं बनाने और उनकी पूजा करने पर जोर दिया गया।