हेषेल दुर्गाबाड़ी में कला-संगीत के साथ देवी का स्वागत:पद्मश्री गोंड चित्र कलाकार दुर्गा बाई व्याम ने उत्सव का उद्घाटन चित्रकला से किया

भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित हेशेल फाउंडेशन में बुधवार को शक्ति उत्सव 2024 का शुभारंभ हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस वर्ष दुर्गा पूजा की थीम जेंडर बेस्ड वायलेंस विषय पर रखी गई है। शहर के चित्रकार एवं संगीत कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति से उत्सव की शुरूआत की। यहां पद्मश्री गोंड चित्र कलाकार दुर्गा बाई व्याम ने उत्सव का उद्घाटन अपने चित्रकला से किया। साथ ही शहर के अन्य आर्टिस्टों ने अपने-अपने दुर्गा के छवि कैनवास पर उतारकर देवी का आह्वान किया। इस अवसर पर शहर के सोशल वर्कर और एजुकेशनिस्ट शिवानी घोष द्वारा संचालित परवरिश म्यूजियम स्कूल के बच्चे भी शामिल हुए। संध्या के आयोजन में कलकत्ता और भोपाल के संगीत जगत के कलाकारों ने देवी के चरण में राग सेवा निवेदन किया। इनमें कोलकाता से आए गायक कौस्तुभ बागची और शहर की विशाखा पाठक ने भजन की प्रस्तुतियां दी। वहीं वरिष्ठ सितार कलाकार महाश्वेता बनर्जी ने अपनी पेशकश से आध्यात्मिकता के रंगों में समा बांधा। नवरात्र का पावन पर्व यहां 2अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक मनाया जाएगा, जहां शहर के सब समुदाय के लोग शामिल होंगे।

हेषेल दुर्गाबाड़ी में कला-संगीत के साथ देवी का स्वागत:पद्मश्री गोंड चित्र कलाकार दुर्गा बाई व्याम ने उत्सव का उद्घाटन चित्रकला से किया

भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित हेशेल फाउंडेशन में बुधवार को शक्ति उत्सव 2024 का शुभारंभ हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस वर्ष दुर्गा पूजा की थीम जेंडर बेस्ड वायलेंस विषय पर रखी गई है। शहर के चित्रकार एवं संगीत कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति से उत्सव की शुरूआत की। यहां पद्मश्री गोंड चित्र कलाकार दुर्गा बाई व्याम ने उत्सव का उद्घाटन अपने चित्रकला से किया। साथ ही शहर के अन्य आर्टिस्टों ने अपने-अपने दुर्गा के छवि कैनवास पर उतारकर देवी का आह्वान किया। इस अवसर पर शहर के सोशल वर्कर और एजुकेशनिस्ट शिवानी घोष द्वारा संचालित परवरिश म्यूजियम स्कूल के बच्चे भी शामिल हुए। संध्या के आयोजन में कलकत्ता और भोपाल के संगीत जगत के कलाकारों ने देवी के चरण में राग सेवा निवेदन किया। इनमें कोलकाता से आए गायक कौस्तुभ बागची और शहर की विशाखा पाठक ने भजन की प्रस्तुतियां दी। वहीं वरिष्ठ सितार कलाकार महाश्वेता बनर्जी ने अपनी पेशकश से आध्यात्मिकता के रंगों में समा बांधा। नवरात्र का पावन पर्व यहां 2अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक मनाया जाएगा, जहां शहर के सब समुदाय के लोग शामिल होंगे।