फिलिस्तीन यथाशीघ्र ही यूएन का औपचारिक सदस्य बनेगा : चीनी विदेश मंत्रालय

बीजिंग, 13 मई । चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने सोमवार को नियमित प्रेस वार्ता में बताया कि स्वतंत्रता से देश की स्थापना फिलिस्तीनी जनता की दीर्घकालिक अभिलाषा है और यूएन में औपचारिक भागीदारी इस ऐतिसाहिक प्रक्रिया का एक कुंजीभूत कदम है। चीन को उम्मीद है कि फिलिस्तीन यथाशीघ्र ही संयुक्त राष्ट्र का औपचारिक सदस्य बनेगा। उन्होंने कहा कि चीन सुरक्षा परिषद द्वारा यूएन महासभा के प्रस्ताव की मांग के मुताबिक यथाशीघ्र ही यूएन में फिलिस्तीन के शामिल होने के आवेदन पर फिर विचार करने का समर्थन करता है और संबंधित देशों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय, अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी और नैतिकता के पक्ष में खड़े होकर यूएन में फिलिस्तीन के प्रवेश के लिए बाधा नहीं डालने का अनुरोध करता है। ध्यान रहे 10 मई को यूएन महासभा की आपात बैठक ने पक्ष में 143 वोट, विपक्ष में 9 वोट और मतदान से अलग होने के 25 वोट से प्रस्ताव पारित कर इसकी पुष्टि की कि फिलिस्तीन यूएन चार्टर में निर्धारित औपचारिक सदस्य की पात्रता से मेल खाता है और सुरक्षा परिषद से फिर फिलिस्तीन के आवेदन पर विचार करने की मांग की गई। चीन ने इस मतदान में पक्ष में वोट डाला। (आईएएनएस)

फिलिस्तीन यथाशीघ्र ही यूएन का औपचारिक सदस्य बनेगा : चीनी विदेश मंत्रालय
बीजिंग, 13 मई । चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने सोमवार को नियमित प्रेस वार्ता में बताया कि स्वतंत्रता से देश की स्थापना फिलिस्तीनी जनता की दीर्घकालिक अभिलाषा है और यूएन में औपचारिक भागीदारी इस ऐतिसाहिक प्रक्रिया का एक कुंजीभूत कदम है। चीन को उम्मीद है कि फिलिस्तीन यथाशीघ्र ही संयुक्त राष्ट्र का औपचारिक सदस्य बनेगा। उन्होंने कहा कि चीन सुरक्षा परिषद द्वारा यूएन महासभा के प्रस्ताव की मांग के मुताबिक यथाशीघ्र ही यूएन में फिलिस्तीन के शामिल होने के आवेदन पर फिर विचार करने का समर्थन करता है और संबंधित देशों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय, अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी और नैतिकता के पक्ष में खड़े होकर यूएन में फिलिस्तीन के प्रवेश के लिए बाधा नहीं डालने का अनुरोध करता है। ध्यान रहे 10 मई को यूएन महासभा की आपात बैठक ने पक्ष में 143 वोट, विपक्ष में 9 वोट और मतदान से अलग होने के 25 वोट से प्रस्ताव पारित कर इसकी पुष्टि की कि फिलिस्तीन यूएन चार्टर में निर्धारित औपचारिक सदस्य की पात्रता से मेल खाता है और सुरक्षा परिषद से फिर फिलिस्तीन के आवेदन पर विचार करने की मांग की गई। चीन ने इस मतदान में पक्ष में वोट डाला। (आईएएनएस)