सीएम से टीचर्स एसो. की मुलाकात, प्रथम नियुक्ति से पुरानी पेंशन देने सहित मांगों पर चर्चा

छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 18 जुलाई। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि शिक्षक एल बी संवर्ग की समस्या को लेकर प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से शिक्षक एल बी संवर्ग को उनके प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा की गणना कर पुरानी पेंशन देने व क्रमोन्नति वेतनमान प्रदान करने का ज्ञापन देकर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनके निवास में मिलकर चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने उन्हें अवगत कराया कि हमारे पूर्व के नियुक्त शिक्षक साथी बिना पेंशन के सेवानिवृत्त हो रहे हंै, संविलियन के समय से कुल सेवा हेतु 10 वर्ष पूर्ण नहीं होने के कारण वे पुरानी पेंशन के लिए पात्र नहीं हो रहे हंै, यह स्थिति 2028 तक सेवानिवृत्त होने वाले सभी शिक्षक एल बी संवर्ग के लिए होगी। यह अत्यंत दुखद है कि रिटायर होने वाले शिक्षक एल बी संवर्ग को न तो पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है और न ही नए पेंशन का फायदा है, वे खाली हाथ घर बैठने मजबूर होते हंै। शिक्षक एल बी संवर्ग के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर मांग की गई, जिसमें पूर्व सेवा (शिक्षाकर्मी पद पर प्रथम नियुक्ति) के आधार पर पुरानी पेंशन हेतु कुल सेवा अवधि की गणना की जाए। पेंशन निर्धारण हेतु अर्हकारी सेवा केंद्र सरकार, उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड सरकार की तरह 33 वर्ष के स्थान पर पूर्व सेवा अवधि से 20 वर्ष किया जाए। मध्यप्रदेश की तरह पूर्व सेवा अवधि ( प्रथम नियुक्ति तिथि ) के आधार पर क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाए। प्राचार्य, व्याख्याता, प्रधान पाठक मिडिल, प्रायमरी, शिक्षक के रिक्त सभी पदों पर पदोन्नति शीघ्र किए जाने का पक्ष रखा गया।सीजीपीएफ में 12 प्रतिशत से अधिक राशि की स्वैछिक कटौती किये जाने का पक्ष रखा गया। सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति को दूर करने हेतु चर्चा किया गया।देय तिथि से लंबित महंगाई भत्ता, कैशलेश ईलाज, युक्तियुक्तकरण, स्थानांतरण, ऑनलाइन अवकाश, एक पाली के शाला का समय 10.30 से 4.30 तक करने, पदोन्नत शिक्षकों को वेतन देने के विषय पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों की पुरानी पेंशन सहित सभी विषय की चर्चा को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सभी मांगों को दिखवाकर निर्णय लेंगे। मुख्यमंत्री से मुलाकत करने वाले प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रांतीय उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह ,सुधीर प्रधान, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, मनोज सनाढ्य, शैलेंद्र पारीक, योगेश सिंह ठाकुर, जितेंद्र मिश्रा, नारायण चौधरी, सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।

सीएम से टीचर्स एसो. की मुलाकात, प्रथम नियुक्ति से पुरानी पेंशन देने सहित मांगों पर चर्चा
छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 18 जुलाई। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि शिक्षक एल बी संवर्ग की समस्या को लेकर प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से शिक्षक एल बी संवर्ग को उनके प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा की गणना कर पुरानी पेंशन देने व क्रमोन्नति वेतनमान प्रदान करने का ज्ञापन देकर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनके निवास में मिलकर चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने उन्हें अवगत कराया कि हमारे पूर्व के नियुक्त शिक्षक साथी बिना पेंशन के सेवानिवृत्त हो रहे हंै, संविलियन के समय से कुल सेवा हेतु 10 वर्ष पूर्ण नहीं होने के कारण वे पुरानी पेंशन के लिए पात्र नहीं हो रहे हंै, यह स्थिति 2028 तक सेवानिवृत्त होने वाले सभी शिक्षक एल बी संवर्ग के लिए होगी। यह अत्यंत दुखद है कि रिटायर होने वाले शिक्षक एल बी संवर्ग को न तो पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है और न ही नए पेंशन का फायदा है, वे खाली हाथ घर बैठने मजबूर होते हंै। शिक्षक एल बी संवर्ग के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर मांग की गई, जिसमें पूर्व सेवा (शिक्षाकर्मी पद पर प्रथम नियुक्ति) के आधार पर पुरानी पेंशन हेतु कुल सेवा अवधि की गणना की जाए। पेंशन निर्धारण हेतु अर्हकारी सेवा केंद्र सरकार, उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड सरकार की तरह 33 वर्ष के स्थान पर पूर्व सेवा अवधि से 20 वर्ष किया जाए। मध्यप्रदेश की तरह पूर्व सेवा अवधि ( प्रथम नियुक्ति तिथि ) के आधार पर क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाए। प्राचार्य, व्याख्याता, प्रधान पाठक मिडिल, प्रायमरी, शिक्षक के रिक्त सभी पदों पर पदोन्नति शीघ्र किए जाने का पक्ष रखा गया।सीजीपीएफ में 12 प्रतिशत से अधिक राशि की स्वैछिक कटौती किये जाने का पक्ष रखा गया। सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति को दूर करने हेतु चर्चा किया गया।देय तिथि से लंबित महंगाई भत्ता, कैशलेश ईलाज, युक्तियुक्तकरण, स्थानांतरण, ऑनलाइन अवकाश, एक पाली के शाला का समय 10.30 से 4.30 तक करने, पदोन्नत शिक्षकों को वेतन देने के विषय पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों की पुरानी पेंशन सहित सभी विषय की चर्चा को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सभी मांगों को दिखवाकर निर्णय लेंगे। मुख्यमंत्री से मुलाकत करने वाले प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रांतीय उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह ,सुधीर प्रधान, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, मनोज सनाढ्य, शैलेंद्र पारीक, योगेश सिंह ठाकुर, जितेंद्र मिश्रा, नारायण चौधरी, सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।