म्यांमार में अप्रैल में लू की चपेट में आने से 50 से ज्यादा लोगों की मौत

यांगून, 3 मई । म्यांमार के मांडले में अप्रैल माह में भीषण गर्मी के चलते 50 से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। इसकी जानकारी मणि साला बचाव संगठन के एक अधिकारी ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दी। उन्होंने कहा, मृतकों में से लगभग 30 को पहले से ही गंभीर बीमारियां थीं, जिनमें से अधिकतर की उम्र 50 से 90 वर्ष के बीच थी। इस साल अप्रैल में म्यांमार में लू के बीच हीट स्ट्रोक की घटनाओं में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि मार्च में लू की चपेट में आने के चलते अस्पताल में भर्ती हुए लोगों की संख्या 8 थी, लेकिन अप्रैल तक यह संख्या बढ़कर 50 से ज्यादा हो गई। देश के मौसम विज्ञान और जल विज्ञान विभाग के अनुसार, 28 अप्रैल मांडले में 77 सालों में सबसे गर्म अप्रैल का दिन रहा। इस दिन तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दक्षिण पूर्व एशियाई देश में, अप्रैल और मई आम तौर पर सबसे गर्म महीने होते हैं। मानसून के मौसम की शुरुआत से पहले तापमान बढ़ जाता है। (आईएएनएस)

म्यांमार में अप्रैल में लू की चपेट में आने से 50 से ज्यादा लोगों की मौत
यांगून, 3 मई । म्यांमार के मांडले में अप्रैल माह में भीषण गर्मी के चलते 50 से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। इसकी जानकारी मणि साला बचाव संगठन के एक अधिकारी ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दी। उन्होंने कहा, मृतकों में से लगभग 30 को पहले से ही गंभीर बीमारियां थीं, जिनमें से अधिकतर की उम्र 50 से 90 वर्ष के बीच थी। इस साल अप्रैल में म्यांमार में लू के बीच हीट स्ट्रोक की घटनाओं में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि मार्च में लू की चपेट में आने के चलते अस्पताल में भर्ती हुए लोगों की संख्या 8 थी, लेकिन अप्रैल तक यह संख्या बढ़कर 50 से ज्यादा हो गई। देश के मौसम विज्ञान और जल विज्ञान विभाग के अनुसार, 28 अप्रैल मांडले में 77 सालों में सबसे गर्म अप्रैल का दिन रहा। इस दिन तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दक्षिण पूर्व एशियाई देश में, अप्रैल और मई आम तौर पर सबसे गर्म महीने होते हैं। मानसून के मौसम की शुरुआत से पहले तापमान बढ़ जाता है। (आईएएनएस)