पाकिस्तान के युवा विकेटकीपर आजम ने डॉलर के नोट से पसीना पोंछकर विवाद खड़ा किया

कराची, 22 मईपाकिस्तान के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज आजम खान विवाद में फंस गए जब सोशल मीडिया मंचों पर उन्हें अमेरिकी डॉलर से भौंहों से पसीना साफ करते हुए देखा गया। इस वीडियो में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम और कुछ अन्य खिलाड़ी भी दिख रहे हैं। पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशंसक देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए आजम और अन्य खिलाड़ियों की उनकी असंवेदनशीलता के लिए आलोचना कर रहे हैं। वीडियो में बाबर हंसते हुए आजम से पूछते हैं, क्या हुआ अब्बा? आजम इसका जवाब देते हुए कहते हैं, बहुत गर्मी है। इस दौरान आजम अपने हाथ में पकड़े डॉलर के नोट से पसीना भी साफ करते हैं जिससे टीम के उनके साथ हंसने लगते हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, पाकिस्तान के खेल इतिहास में कुछ लोगों को छोड़कर, किसी के पास किसी भी तरह का करिश्मा और प्रभाव नहीं है, एक युवा बच्चे के लिए आकांक्षा करने के लिए कुछ भी नहीं है। मौजूदा लोग बस निराशाजनक हैं। एक अन्य यूजर ने शिक्षा की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, इसलिए हम हमेशा कहते रहते हैं कि बुनियादी शिक्षा जरूरी है, ये लोग दुनिया भर में घूमते हैं लेकिन बुनियादी मानवीय मूल्यों को नहीं सीखते हैं। उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर भेजने से पहले उन्हें स्कूल भेजें। एक प्रशंसक ने लिखा कि जब पाकिस्तानी लोग भोजन की कमी से जूझ रहे थे तब आजम गरीब लोगों का मजाक उड़ा रहे थे।(भाषा)

पाकिस्तान के युवा विकेटकीपर आजम ने डॉलर के नोट से पसीना पोंछकर विवाद खड़ा किया
कराची, 22 मईपाकिस्तान के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज आजम खान विवाद में फंस गए जब सोशल मीडिया मंचों पर उन्हें अमेरिकी डॉलर से भौंहों से पसीना साफ करते हुए देखा गया। इस वीडियो में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम और कुछ अन्य खिलाड़ी भी दिख रहे हैं। पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशंसक देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए आजम और अन्य खिलाड़ियों की उनकी असंवेदनशीलता के लिए आलोचना कर रहे हैं। वीडियो में बाबर हंसते हुए आजम से पूछते हैं, क्या हुआ अब्बा? आजम इसका जवाब देते हुए कहते हैं, बहुत गर्मी है। इस दौरान आजम अपने हाथ में पकड़े डॉलर के नोट से पसीना भी साफ करते हैं जिससे टीम के उनके साथ हंसने लगते हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, पाकिस्तान के खेल इतिहास में कुछ लोगों को छोड़कर, किसी के पास किसी भी तरह का करिश्मा और प्रभाव नहीं है, एक युवा बच्चे के लिए आकांक्षा करने के लिए कुछ भी नहीं है। मौजूदा लोग बस निराशाजनक हैं। एक अन्य यूजर ने शिक्षा की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, इसलिए हम हमेशा कहते रहते हैं कि बुनियादी शिक्षा जरूरी है, ये लोग दुनिया भर में घूमते हैं लेकिन बुनियादी मानवीय मूल्यों को नहीं सीखते हैं। उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर भेजने से पहले उन्हें स्कूल भेजें। एक प्रशंसक ने लिखा कि जब पाकिस्तानी लोग भोजन की कमी से जूझ रहे थे तब आजम गरीब लोगों का मजाक उड़ा रहे थे।(भाषा)