नेतन्याहू और ब्लिंकन ने यरूशलम में की 'निजी बैठक'

यरूशलम, 19 अगस्त। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकनयहां इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय में उनके साथ एक निजी बैठक कर रहे हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार दोपहर जानकारी दी। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, इसके बाद एक विस्तारित बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सामरिक मामलों के मंत्री, प्रधानमंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप निदेशक, प्रधानमंत्री के सैन्य सचिव, विदेश नीति सलाहकार, बंधकों और लापता लोगों के लिए समन्वयक, इजरायल में अमेरिकी राजदूत और प्रधानमंत्री के प्रवक्ता भाग लेंगे। ब्लिंकन मिस्र और इजरायल की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य मिस्र और कतर के समर्थन से अमेरिका द्वारा पेश प्रस्ताव के माध्यम से युद्ध विराम और बंधकों तथा बंदियों की रिहाई के लिए समझौते की दिशा में वाशिंगटन के गहन कूटनीतिक प्रयासों को आगे बढ़ाने के रास्ते खोजना है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस प्रस्ताव से गाजा में युद्ध विराम हो जाएगा, सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित हो जाएगी, यह सुनिश्चित हो जाएगा कि पूरे गाजा में मानवीय सहायता पहुंच सके, तथा व्यापक क्षेत्रीय स्थिरता के लिए परिस्थितियां तैयार हों। इससे पहले दिन में ब्लिंकन ने इजरायल के राष्ट्रपति आईजैक हर्जोग से मुलाकात की। इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद से इस क्षेत्र की उनकी यह नौवीं यात्रा थी। हर्ज़ोग ने बैठक शुरू होने से पहले कहा, पिछले 24 घंटे में हमने फिलिस्तीनी आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकी हमलों को देखा है। हमने गिदोन पेरी (38) को खो दिया है, जो तीन बच्चों के पिता, पति और संगीत प्रेमी था, जो एक प्लांट में काम करने गया था और कार्यस्थल पर उसके एक दोस्त ने उसे सिर्फ इसलिए मार डाला कि वह एक यहूदी और एक इजरायली था। यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है। इजराइली राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश पृथ्वी के चारों कोनों से आतंक से घिरा हुआ है, तथा एक लचीले और मजबूत राष्ट्र के रूप में इसका मुकाबला कर रहा है। उन्होंने कहा, कल रात हमने तेल अवीव में एक संदिग्ध बडा आतंकवादी हमला देखा, जिसकी जांच की जा रही है, जिसमें एक संभावित आत्मघाती हमलावर भी शामिल है। आज सुबह हमारे सैनिकों पर याआरा में हमला किया गया। याआरा लेबनान की सीमा पर है। हिजबुल्लाह आतंकवादियों ने ड्रोन से हमला किया और कुछ ऐसी जानकारी है कि कुछ लोग हताहत भी हो सकते हैं। हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं। इन दिनों हम इसी तरह जी रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजरायली बंधकों को वापस लाने तथा उनके लिए हर संभव प्रयास करने से अधिक कोई बड़ा मानवीय उद्देश्य तथा कोई बड़ा मानवीय कारण नहीं है। बंधकों को घर वापस लाने और युद्ध विराम कराने को निर्णायक क्षण और आखिरी अवसर करार देते हुए ब्लिंकन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निर्देश पर गहन कूटनीतिक प्रयास के तहत इजरायल का दौरा कर रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, अब समय आ गया है कि इसे पूरा कर लिया जाए। यह सुनिश्चित करने का भी समय आ गया है कि कोई भी ऐसा कदम न उठाए जो इस प्रक्रिया को पटरी से उतार दे, और इसलिए हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि कोई तनाव न बढ़े, कोई उकसावे की कार्रवाई न हो, कोई ऐसी कार्रवाई न हो जो किसी भी तरह से हमें इस समझौते को पूरा करने से रोके। मैं जानता हूं कि इजरायल में यह एक तनावपूर्ण क्षण है, क्योंकि ईरान, हिजबुल्लाह और अन्य स्रोतों से हमले की आशंका को लेकर गहरी चिंता है। जैसा कि आपने राष्ट्रपति को कहते सुना, अमेरिका ने किसी भी हमले को रोकने और यदि आवश्यक हो, तो किसी भी हमले से बचाव के लिए यहां सेना तैनात करने के लिए निर्णायक कार्रवाई की है। -(आईएएनएस)

नेतन्याहू और ब्लिंकन ने यरूशलम में की 'निजी बैठक'
यरूशलम, 19 अगस्त। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकनयहां इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय में उनके साथ एक निजी बैठक कर रहे हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार दोपहर जानकारी दी। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, इसके बाद एक विस्तारित बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सामरिक मामलों के मंत्री, प्रधानमंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप निदेशक, प्रधानमंत्री के सैन्य सचिव, विदेश नीति सलाहकार, बंधकों और लापता लोगों के लिए समन्वयक, इजरायल में अमेरिकी राजदूत और प्रधानमंत्री के प्रवक्ता भाग लेंगे। ब्लिंकन मिस्र और इजरायल की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य मिस्र और कतर के समर्थन से अमेरिका द्वारा पेश प्रस्ताव के माध्यम से युद्ध विराम और बंधकों तथा बंदियों की रिहाई के लिए समझौते की दिशा में वाशिंगटन के गहन कूटनीतिक प्रयासों को आगे बढ़ाने के रास्ते खोजना है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस प्रस्ताव से गाजा में युद्ध विराम हो जाएगा, सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित हो जाएगी, यह सुनिश्चित हो जाएगा कि पूरे गाजा में मानवीय सहायता पहुंच सके, तथा व्यापक क्षेत्रीय स्थिरता के लिए परिस्थितियां तैयार हों। इससे पहले दिन में ब्लिंकन ने इजरायल के राष्ट्रपति आईजैक हर्जोग से मुलाकात की। इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद से इस क्षेत्र की उनकी यह नौवीं यात्रा थी। हर्ज़ोग ने बैठक शुरू होने से पहले कहा, पिछले 24 घंटे में हमने फिलिस्तीनी आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकी हमलों को देखा है। हमने गिदोन पेरी (38) को खो दिया है, जो तीन बच्चों के पिता, पति और संगीत प्रेमी था, जो एक प्लांट में काम करने गया था और कार्यस्थल पर उसके एक दोस्त ने उसे सिर्फ इसलिए मार डाला कि वह एक यहूदी और एक इजरायली था। यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है। इजराइली राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश पृथ्वी के चारों कोनों से आतंक से घिरा हुआ है, तथा एक लचीले और मजबूत राष्ट्र के रूप में इसका मुकाबला कर रहा है। उन्होंने कहा, कल रात हमने तेल अवीव में एक संदिग्ध बडा आतंकवादी हमला देखा, जिसकी जांच की जा रही है, जिसमें एक संभावित आत्मघाती हमलावर भी शामिल है। आज सुबह हमारे सैनिकों पर याआरा में हमला किया गया। याआरा लेबनान की सीमा पर है। हिजबुल्लाह आतंकवादियों ने ड्रोन से हमला किया और कुछ ऐसी जानकारी है कि कुछ लोग हताहत भी हो सकते हैं। हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं। इन दिनों हम इसी तरह जी रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजरायली बंधकों को वापस लाने तथा उनके लिए हर संभव प्रयास करने से अधिक कोई बड़ा मानवीय उद्देश्य तथा कोई बड़ा मानवीय कारण नहीं है। बंधकों को घर वापस लाने और युद्ध विराम कराने को निर्णायक क्षण और आखिरी अवसर करार देते हुए ब्लिंकन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निर्देश पर गहन कूटनीतिक प्रयास के तहत इजरायल का दौरा कर रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, अब समय आ गया है कि इसे पूरा कर लिया जाए। यह सुनिश्चित करने का भी समय आ गया है कि कोई भी ऐसा कदम न उठाए जो इस प्रक्रिया को पटरी से उतार दे, और इसलिए हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि कोई तनाव न बढ़े, कोई उकसावे की कार्रवाई न हो, कोई ऐसी कार्रवाई न हो जो किसी भी तरह से हमें इस समझौते को पूरा करने से रोके। मैं जानता हूं कि इजरायल में यह एक तनावपूर्ण क्षण है, क्योंकि ईरान, हिजबुल्लाह और अन्य स्रोतों से हमले की आशंका को लेकर गहरी चिंता है। जैसा कि आपने राष्ट्रपति को कहते सुना, अमेरिका ने किसी भी हमले को रोकने और यदि आवश्यक हो, तो किसी भी हमले से बचाव के लिए यहां सेना तैनात करने के लिए निर्णायक कार्रवाई की है। -(आईएएनएस)