आचार संहिता खत्म होते ही आयुक्त एक्शन मोड में

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आचार संहिता खत्म होते ही आयुक्त एक्शन मोड में

- नागरिकों को परेशान करने वाले अधिकारी की अब खैर नहीं - आयुक्त मोनिका  
रिसाली। परेशान व्यक्ति को अनावश्यक रूप से दफ्तर का चक्कर लगाने वाले अधिकारी-कर्मचारी की खैर नहीं। आयुक्त मोनिका वर्मा ने समय पर सभी को कार्यालय पहुंचने की हिदायत दी। आचार संहिता खत्म होते ही उन्होंने बैठक लेकर प्रत्येक कार्य को समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण करने की बात कही। खास तौर पर ऐसे कार्य को सजगता के साथ पूरा करने कहा जिसे नागरिक सीधे कार्यालय पहुंच कर आवेदन करते है।
 निगम आयुक्त ने शुक्रवार को अधिकारियों की क्लास ली। उन्होंने अधिकारी-कर्मचारी से हितग्राही मूलक योजना- राशन कार्ड, नल कनेक्शन, आधार अपडेट, जन्म-मृत्यु और स्वच्छता से संबंधित शिकायतों का शीघ्र निराकरण करने निर्देश दिए। आगह करते कहा कि अगर कोई अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय पहुंचे नागरिकों को अनावश्यक रूप से परेशान करने की शिकायत उन तक पहुंचती है तो वे सीधे कार्यवाही करेंगी। विभाग प्रमुखों और डिलिंग क्लर्क की बैठक में निगम सचिव रोहित साहू, कार्यपालन अभियंता सुनील दुबे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

फिल्ड का बहाना न करें
आयुक्त ने कहा कि कई कर्मचारी फिल्ड व सर्वे का बहाना कर पूरे दिन गायब रहते है। प्रत्येक कर्मचारी को अपने विभाग प्रमुख से अनुमति लेकर फिल्ड में निकलना होगा। उन्होंने अवकाश के लिए भी दिशा निर्देश दी। आयुक्त ने एक दिन पूर्व अथवा कार्यालय समय शुरू होने से पूर्व अवकाश लेने की सूचना को अनिवार्य किया है।
-निदान 1100 पर पर गंभीर हुई
आयुक्त ने निर्माण कार्य से लेकर शिकायतों को बहाने बाजी के बिना समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि कई निदान 1100 में सीधे शिकायत दर्ज करते है। इन शिकायतों का त्वरित निराकरण पोर्टल में अवश्य दर्ज करे।
-विधायक ने ली विकास कार्यो की जानकारी
दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने विकास कार्यो पर आयुक्त से चर्चा की। उन्होंने निगम क्षेत्र में विकास के प्रस्ताव को सूचीबद्ध करने कहा। विधायक ने स्पष्ट कहा है कि निगम कार्यालय पहुंचे नागरिकों का कार्य समय सीमा में हो। साथ ही उन्होंने नागरिकों के हित और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बड़े प्रस्ताव तैयार करने निर्देश दिए। प्रस्ताव को वे शासन स्तर पर स्वीकृत कराऐंगे।