अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बोले- फ़लस्तीनी पीड़ा में हैं और ग़ज़ा में तुरंत...

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने माना है कि फ़लस्तीनी पीड़ा में हैं और वहां (ग़ज़ा में) तुरंत मदद में इज़ाफ़ा करने की ज़रूरत है. ग़ज़ा में समंदर के रास्ते मदद की पहली खेप पहुंचने की पुष्टि के बाद जो बाइडन ने यह बात कही. जो बाइडन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, यह बात साफ़ है कि फ़लस्तीनी पीड़ा में हैं. मदद में तुरंत इज़ाफ़ा करने की ज़रूरत है. ग़ज़ा में हम इसराइल के साथ मिलकर मदद बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले अमेरिकी सेना ने ग़ज़ा में समंदर के रास्ते मदद की पहली खेप पहुंचने की पुष्टि की. अमेरिका की ओर से बताया गया, ग़ज़ा में फ़लस्तीनी नागरिकों की मदद के लिए ये बहुराष्ट्रीय कोशिशें जारी रहेंगी. समंदर के रास्ते पहुंचाई जा रही ये मदद पूरी तरह से मानवीय हैं. हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि प्रभावी ढंग से मदद करने के मामले में समंदर वाले रास्ते ज़मीनी रास्तों की जगह नहीं ले सकते. अमेरिकी सेंट्रल कमांड के मुताबिक़, आने वाले दिनों में ग़ज़ा में 500 टन राहत सामग्री पहुंचने की उम्मीद है.(bbc.com/hindi)

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बोले- फ़लस्तीनी पीड़ा में हैं और ग़ज़ा में तुरंत...
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने माना है कि फ़लस्तीनी पीड़ा में हैं और वहां (ग़ज़ा में) तुरंत मदद में इज़ाफ़ा करने की ज़रूरत है. ग़ज़ा में समंदर के रास्ते मदद की पहली खेप पहुंचने की पुष्टि के बाद जो बाइडन ने यह बात कही. जो बाइडन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, यह बात साफ़ है कि फ़लस्तीनी पीड़ा में हैं. मदद में तुरंत इज़ाफ़ा करने की ज़रूरत है. ग़ज़ा में हम इसराइल के साथ मिलकर मदद बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले अमेरिकी सेना ने ग़ज़ा में समंदर के रास्ते मदद की पहली खेप पहुंचने की पुष्टि की. अमेरिका की ओर से बताया गया, ग़ज़ा में फ़लस्तीनी नागरिकों की मदद के लिए ये बहुराष्ट्रीय कोशिशें जारी रहेंगी. समंदर के रास्ते पहुंचाई जा रही ये मदद पूरी तरह से मानवीय हैं. हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि प्रभावी ढंग से मदद करने के मामले में समंदर वाले रास्ते ज़मीनी रास्तों की जगह नहीं ले सकते. अमेरिकी सेंट्रल कमांड के मुताबिक़, आने वाले दिनों में ग़ज़ा में 500 टन राहत सामग्री पहुंचने की उम्मीद है.(bbc.com/hindi)