अमेरिका और रूस क़ैदियों की अदला-बदली पर सहमत हुए

अमेरिका में बीबीसी के सहयोगी सीबीएस की रिपोर्ट के मुताबिक़ जो बाइडन प्रसाशन ने रूस के साथ क़ैदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई है. इस सहमति के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही रूस में क़ैद तीन अमेरिकी नागरिकों की रिहाई तय हो जाएगी. एक वरिष्ठ अमेरिकी प्रशासनिक अधिकारी ने यह पुष्टि की है कि रूस में बंद क़ैदियों में वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच, मरीन के पॉल वेलान और रूसी-अमेरिकी रेडियो पत्रकार अलसु कुर्माशेवा शामिल हैं. वेलान और गेर्शकोविच दोनों को जासूसी के आरोपों में रूस में क़ैद किया गया था. अमेरिका इन गिरफ़्तारियों का विरोध भी करता रहा है. वहीं कुर्माशेवा एक अमेरिकी और रूसी नागरिक हैं जिनको रूसी सेना के बारे में गलत जानकारी फैलाने के आरोप में जून 2023 में रूस में हिरासत में लिया गया था. संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, जर्मनी और तीन अन्य यूरोपीय देशों के बीच इस सहमति के तहत कुल 24 लोगों को रिहा किया जाएगा. इसमें रूस में बंद कम से कम 12 क़ैदियों को जर्मनी में रिहा किए जाने की उम्मीद है. बुधवार को रूसी क़ैदियों की आवाजाही के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, मैं फिलहाल अटकलें नहीं लगाना चाहता. मैं बस इतना कह सकता हूं कि अमेरिका ग़लत तरीक़े से हिरासत में लिए गए अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए तत्पर है. अमेरिका और रूस के बीच क़ैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली साल 2010 में हुई थी, जब रूस के लिए जासूसी करने के आरोप में अमेरिका में 10 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था. इसके बाद इन विएना के हवाई अड्डे पर इन 10 क़ैदियों की चार क़ैदियों के साथ अदला-बदली हुई थी.(bbc.com/hindi)

अमेरिका और रूस क़ैदियों की अदला-बदली पर सहमत हुए
अमेरिका में बीबीसी के सहयोगी सीबीएस की रिपोर्ट के मुताबिक़ जो बाइडन प्रसाशन ने रूस के साथ क़ैदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई है. इस सहमति के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही रूस में क़ैद तीन अमेरिकी नागरिकों की रिहाई तय हो जाएगी. एक वरिष्ठ अमेरिकी प्रशासनिक अधिकारी ने यह पुष्टि की है कि रूस में बंद क़ैदियों में वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच, मरीन के पॉल वेलान और रूसी-अमेरिकी रेडियो पत्रकार अलसु कुर्माशेवा शामिल हैं. वेलान और गेर्शकोविच दोनों को जासूसी के आरोपों में रूस में क़ैद किया गया था. अमेरिका इन गिरफ़्तारियों का विरोध भी करता रहा है. वहीं कुर्माशेवा एक अमेरिकी और रूसी नागरिक हैं जिनको रूसी सेना के बारे में गलत जानकारी फैलाने के आरोप में जून 2023 में रूस में हिरासत में लिया गया था. संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, जर्मनी और तीन अन्य यूरोपीय देशों के बीच इस सहमति के तहत कुल 24 लोगों को रिहा किया जाएगा. इसमें रूस में बंद कम से कम 12 क़ैदियों को जर्मनी में रिहा किए जाने की उम्मीद है. बुधवार को रूसी क़ैदियों की आवाजाही के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, मैं फिलहाल अटकलें नहीं लगाना चाहता. मैं बस इतना कह सकता हूं कि अमेरिका ग़लत तरीक़े से हिरासत में लिए गए अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए तत्पर है. अमेरिका और रूस के बीच क़ैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली साल 2010 में हुई थी, जब रूस के लिए जासूसी करने के आरोप में अमेरिका में 10 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था. इसके बाद इन विएना के हवाई अड्डे पर इन 10 क़ैदियों की चार क़ैदियों के साथ अदला-बदली हुई थी.(bbc.com/hindi)