मोदी के खिलाफ बयानबाजी और गाली देने में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की सहमति- मारकोले

छत्तीसगढ़ संवाददाता कांकेर, 12 अप्रैल। एक साजिश रच कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है व गालियां दी जा रही है। इसमें कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की चुप्पी, उनकी मौन सहमति को उजागर करती है। कांग्रेस नेताओं का इस तरह का बयान गंभीर चिंता का विषय है। पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले ने उक्त बातें प्रेसवार्ता में कही। पूर्व विधायक ने कहा कि कवासी लखमा द्वारा चुनावी सभा में लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तोडक़र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मरेगा जैसे शब्दों का उपयोग कर बयान दिया गया। बस्तर में कवासी लखमा युवाओं को पुलिस कर्मियों को तीर कमान से मार कर भगाने उत्साहित कर रहे हैं। लखमा वैसे भी झीरम समेत अनेक मामलों में संदिग्ध रहे हैं। इससे पहले राजनांदगांव में भूपेश बघेल की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष चरण दास मंहत ने कहा था कि जो लाठी से मोदी का सिर फोड़ दें, ऐसा सांसद चहिए। शिव डहरिया गाली देते हैं मोदी को, महंत सर फोड़ सकते हैं। इस तरह के बयानबाजी कर कांग्रेस जनता का दिल नहीं जीत सकती। श्रीमती मारकोले ने कहा कि राजनांदगांव लोकसभा के मोहला मानपुर के नक्सली सूरजू टेकाम ने आह्वान किया था कि भाजपा के लिए वोट वालों को काट देना चाहिए। बाद में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या भी हुई। यह सब कांग्रेस प्रायोजित नहीं है? उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश के इमरान मसूद ने कहा कि मोदी की बोटी बोटी कर देंगे। मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने कहा कि मोदी का मारना होगा। जेएनयू में मुस्लिम विश्विद्यालय में नारे लगे मोदी तेरी कब्र खुदेगी जेएनयू की धरती पर। पंजाब में प्रधानमंत्री के प्रवास के दौरान उन्हें घेर कर मार डालने की साजिश रची गई थी। खालिस्तानियों की रैली में भी मर जा मोदी मर जा मोदी के नारे लगते रहे हैं। कांग्रेस के बयान न केवल पाकिस्तान, खालिस्तानी बल्कि नक्सलियों के जैसे हो रहे है। ये सभी एक ही भाषा बोल रहे हैं । यह कांग्रेस की बौखलाहट है,जनता इसका जवाब जरूर देगी।

मोदी के खिलाफ  बयानबाजी और गाली देने में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की सहमति- मारकोले
छत्तीसगढ़ संवाददाता कांकेर, 12 अप्रैल। एक साजिश रच कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है व गालियां दी जा रही है। इसमें कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की चुप्पी, उनकी मौन सहमति को उजागर करती है। कांग्रेस नेताओं का इस तरह का बयान गंभीर चिंता का विषय है। पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले ने उक्त बातें प्रेसवार्ता में कही। पूर्व विधायक ने कहा कि कवासी लखमा द्वारा चुनावी सभा में लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तोडक़र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मरेगा जैसे शब्दों का उपयोग कर बयान दिया गया। बस्तर में कवासी लखमा युवाओं को पुलिस कर्मियों को तीर कमान से मार कर भगाने उत्साहित कर रहे हैं। लखमा वैसे भी झीरम समेत अनेक मामलों में संदिग्ध रहे हैं। इससे पहले राजनांदगांव में भूपेश बघेल की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष चरण दास मंहत ने कहा था कि जो लाठी से मोदी का सिर फोड़ दें, ऐसा सांसद चहिए। शिव डहरिया गाली देते हैं मोदी को, महंत सर फोड़ सकते हैं। इस तरह के बयानबाजी कर कांग्रेस जनता का दिल नहीं जीत सकती। श्रीमती मारकोले ने कहा कि राजनांदगांव लोकसभा के मोहला मानपुर के नक्सली सूरजू टेकाम ने आह्वान किया था कि भाजपा के लिए वोट वालों को काट देना चाहिए। बाद में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या भी हुई। यह सब कांग्रेस प्रायोजित नहीं है? उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश के इमरान मसूद ने कहा कि मोदी की बोटी बोटी कर देंगे। मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने कहा कि मोदी का मारना होगा। जेएनयू में मुस्लिम विश्विद्यालय में नारे लगे मोदी तेरी कब्र खुदेगी जेएनयू की धरती पर। पंजाब में प्रधानमंत्री के प्रवास के दौरान उन्हें घेर कर मार डालने की साजिश रची गई थी। खालिस्तानियों की रैली में भी मर जा मोदी मर जा मोदी के नारे लगते रहे हैं। कांग्रेस के बयान न केवल पाकिस्तान, खालिस्तानी बल्कि नक्सलियों के जैसे हो रहे है। ये सभी एक ही भाषा बोल रहे हैं । यह कांग्रेस की बौखलाहट है,जनता इसका जवाब जरूर देगी।