भारत केंद्रित ईटीएफ में जून में आया एक अरब डॉलर से ज्यादा का इनफ्लो

मुंबई, 2 जुलाई । भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशक जमकर निवेश कर रहे हैं। यूएस एक्सचेंज पर लिस्टेड भारत केंद्रित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में जून माह में बड़ा इनफ्लो देखने को मिला है। आईशेयर्स एमएससीआई इंडिया ईटीएफ, फ्रैंकलिन एफटीएसई इंडिया ईटीएफ और विसडमट्री इंडिया अर्निंग फंड में कुल 1.08 अरब डॉलर का निवेश बीते महीने हुआ है, जो दिखाता है कि विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में आ रहे उछाल के मौके को भुनाना चाहते हैं। जून में आईशेयर्स एमएससीआई इंडिया ईटीएफ में 496 मिलियन डॉलर, फ्रैंकलिन एफटीएसई इंडिया ईटीएफ में 326 मिलियन डॉलर और विसडमट्री इंडिया अर्निंग फंड में 262 मिलियन डॉलर का निवेश आया है। भारतीय शेयर बाजार में 2024 की शुरुआत से तेजी बनी हुई है। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब 11 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को दिया है। भारतीय शेयर बाजार में तेजी की वजह अर्थव्यवस्था की गति तेज होना है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी और मौजूदा समय में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। जून में फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट (एफपीआई) की ओर से शेयर बाजार में 26,565 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जो दिखाता है कि भारतीय शेयर बाजार को लेकर निवेशक आशावादी हैं। --(आईएएनएस)

भारत केंद्रित ईटीएफ में जून में आया एक अरब डॉलर से ज्यादा का इनफ्लो
मुंबई, 2 जुलाई । भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशक जमकर निवेश कर रहे हैं। यूएस एक्सचेंज पर लिस्टेड भारत केंद्रित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में जून माह में बड़ा इनफ्लो देखने को मिला है। आईशेयर्स एमएससीआई इंडिया ईटीएफ, फ्रैंकलिन एफटीएसई इंडिया ईटीएफ और विसडमट्री इंडिया अर्निंग फंड में कुल 1.08 अरब डॉलर का निवेश बीते महीने हुआ है, जो दिखाता है कि विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में आ रहे उछाल के मौके को भुनाना चाहते हैं। जून में आईशेयर्स एमएससीआई इंडिया ईटीएफ में 496 मिलियन डॉलर, फ्रैंकलिन एफटीएसई इंडिया ईटीएफ में 326 मिलियन डॉलर और विसडमट्री इंडिया अर्निंग फंड में 262 मिलियन डॉलर का निवेश आया है। भारतीय शेयर बाजार में 2024 की शुरुआत से तेजी बनी हुई है। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब 11 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को दिया है। भारतीय शेयर बाजार में तेजी की वजह अर्थव्यवस्था की गति तेज होना है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी और मौजूदा समय में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। जून में फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट (एफपीआई) की ओर से शेयर बाजार में 26,565 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जो दिखाता है कि भारतीय शेयर बाजार को लेकर निवेशक आशावादी हैं। --(आईएएनएस)