'भाबीजी घर पर हैं' में अपने किरदार को निभाना बिल्कुल नया अनुभव है : रोहिताश्व

गौर मुंबई, 2 जुलाई । सिटकॉम भाबी जी घर पर हैं टीवी का एक लोकप्रिय शो है। इसके किरदार भी काफी पॉपुलर हैं, फिर चाहे वो तिवारी जी हों या गोरी मेम या अंगूरी भाभी। हर किरदार को दर्शकों से बेशुमार प्यार मिला है। इन्हीं किरदारों में से एक है मनमोहन तिवारी... जिसे एक्टर रोहिताश्व गौर निभा रहे हैं। जब रोहिताश्व गौर से पूछा गया कि उन्हें रोजाना सेट पर आने के लिए उनके किरदार की कौन सी चीज प्रेरित करती है, तो उन्होंने कहा, मेरे किरदार की सबसे अहम बात जो मुझे सेट पर खींचती है वह यह है कि हर दूसरे या तीसरे दिन एक नई कहानी जन्म लेती है। रोहिताश्व ने कहा, हर कहानी की एक अलग थीम और कंटेंट होता है, जिससे मैं यूनिक तरीके से रिएक्ट कर पाता हूं। यह कुछ नया एक्सपीरियंस करने जैसा है। यही वजह है कि मैं हर दिन भाबी जी घर पर हैं के सेट पर जाने के लिए उतावला रहता हूं। टीवी इंडस्ट्री में कामयाबी को लेकर एक्टर ने कहा, टीवी पर सफलता बनाए रखना व्यक्ति पर निर्भर करता है। कुछ लोग इसे हाई स्टेटस का दर्जा देते हैं, जबकि कुछ इसे जिंदगी का रूटीन पार्ट मानते हैं। निजी तौर पर, मैं इसे जिंदगी के सफर के दौरान आने वाली चीज के रूप में देखता हूं, और जब यह चली जाती है, तो कुछ और आ जाता है। यह सच में व्यक्ति पर निर्भर करता है, कुछ लोग कामयाबी को अच्छी तरह से संभालते हैं, और कुछ लोग इसे संभाल नहीं पाते। एक्टर ने टीवी शो में किरदारों के पैटर्न पर भी चर्चा की। रोहिताश्व ने कहा, टीवी में आप पहले लीड के तौर पर शुरुआत कर सकते हैं, फिर उम्र बढ़ने के साथ दूसरे लीड की ओर बढ़ सकते हैं। एक समय में, हम हीरो, फिर भाई और अंततः पिता की भूमिका निभाते हैं। मुझे पिता की भूमिकाएं भी ऑफर की गई हैं। इसका कोई निश्चित पैटर्न नहीं है, यह स्वाभाविक है और अक्सर होता है, खासकर टीवी पर। कभी-कभी, वे यंग व्यक्ति को पिता या दादा के रूप में भी कास्ट करते हैं। टीवी पर इसका कोई फिक्स्ड पैटर्न नहीं है। उन्होंने आगे कहा, आजकल, एक्टर के लुक पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। वे चाहते हैं कि एक्टर सुंदर और आकर्षक दिखे, चाहे वे दादा या चाचा की भूमिका ही क्यों न निभा रहे हों। बता दें कि रोहिताश्व गौर छोटे पर्दे के अलावा, बड़े पर्दे पर यानी फिल्म इंडस्ट्री में भी कई मूवीज में काम कर चुके हैं। वह आमिर खान की फिल्म पीके में पुलिस इंस्पेक्टर पांडे के रोल में नजर आए। इसके अलावा, वह वीर सावरकर, मुन्नाभाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्नाभाई, प्रथा, पिंजर, 3 इडियट्स, अतिथि तुम कब जाओगे आदि का हिस्सा रहे। उन्हें अब से पहले शाहरुख खान की फिल्म डंकी में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ट्रैवल एजेंट का किरदार निभाया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई की। --(आईएएनएस)

'भाबीजी घर पर हैं' में अपने किरदार को निभाना बिल्कुल नया अनुभव है : रोहिताश्व
गौर मुंबई, 2 जुलाई । सिटकॉम भाबी जी घर पर हैं टीवी का एक लोकप्रिय शो है। इसके किरदार भी काफी पॉपुलर हैं, फिर चाहे वो तिवारी जी हों या गोरी मेम या अंगूरी भाभी। हर किरदार को दर्शकों से बेशुमार प्यार मिला है। इन्हीं किरदारों में से एक है मनमोहन तिवारी... जिसे एक्टर रोहिताश्व गौर निभा रहे हैं। जब रोहिताश्व गौर से पूछा गया कि उन्हें रोजाना सेट पर आने के लिए उनके किरदार की कौन सी चीज प्रेरित करती है, तो उन्होंने कहा, मेरे किरदार की सबसे अहम बात जो मुझे सेट पर खींचती है वह यह है कि हर दूसरे या तीसरे दिन एक नई कहानी जन्म लेती है। रोहिताश्व ने कहा, हर कहानी की एक अलग थीम और कंटेंट होता है, जिससे मैं यूनिक तरीके से रिएक्ट कर पाता हूं। यह कुछ नया एक्सपीरियंस करने जैसा है। यही वजह है कि मैं हर दिन भाबी जी घर पर हैं के सेट पर जाने के लिए उतावला रहता हूं। टीवी इंडस्ट्री में कामयाबी को लेकर एक्टर ने कहा, टीवी पर सफलता बनाए रखना व्यक्ति पर निर्भर करता है। कुछ लोग इसे हाई स्टेटस का दर्जा देते हैं, जबकि कुछ इसे जिंदगी का रूटीन पार्ट मानते हैं। निजी तौर पर, मैं इसे जिंदगी के सफर के दौरान आने वाली चीज के रूप में देखता हूं, और जब यह चली जाती है, तो कुछ और आ जाता है। यह सच में व्यक्ति पर निर्भर करता है, कुछ लोग कामयाबी को अच्छी तरह से संभालते हैं, और कुछ लोग इसे संभाल नहीं पाते। एक्टर ने टीवी शो में किरदारों के पैटर्न पर भी चर्चा की। रोहिताश्व ने कहा, टीवी में आप पहले लीड के तौर पर शुरुआत कर सकते हैं, फिर उम्र बढ़ने के साथ दूसरे लीड की ओर बढ़ सकते हैं। एक समय में, हम हीरो, फिर भाई और अंततः पिता की भूमिका निभाते हैं। मुझे पिता की भूमिकाएं भी ऑफर की गई हैं। इसका कोई निश्चित पैटर्न नहीं है, यह स्वाभाविक है और अक्सर होता है, खासकर टीवी पर। कभी-कभी, वे यंग व्यक्ति को पिता या दादा के रूप में भी कास्ट करते हैं। टीवी पर इसका कोई फिक्स्ड पैटर्न नहीं है। उन्होंने आगे कहा, आजकल, एक्टर के लुक पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। वे चाहते हैं कि एक्टर सुंदर और आकर्षक दिखे, चाहे वे दादा या चाचा की भूमिका ही क्यों न निभा रहे हों। बता दें कि रोहिताश्व गौर छोटे पर्दे के अलावा, बड़े पर्दे पर यानी फिल्म इंडस्ट्री में भी कई मूवीज में काम कर चुके हैं। वह आमिर खान की फिल्म पीके में पुलिस इंस्पेक्टर पांडे के रोल में नजर आए। इसके अलावा, वह वीर सावरकर, मुन्नाभाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्नाभाई, प्रथा, पिंजर, 3 इडियट्स, अतिथि तुम कब जाओगे आदि का हिस्सा रहे। उन्हें अब से पहले शाहरुख खान की फिल्म डंकी में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ट्रैवल एजेंट का किरदार निभाया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई की। --(आईएएनएस)