जनता पीलिया, डायरिया व पानी संकट से जूझ रही, विधायक फेसबुक लाइव में व्यस्त- पांडेय

छत्तीसगढ़ संवाददाता बिलासपुर, 26 मई। शहर की समस्याओं को जनता के बीच आकर दूर नहीं करने को लेकर पूर्व विधायक शैलेष पांडेय ने विधायक अमर अग्रवाल को आड़े हाथों लिया है। एक बयान जारी कर उन्होंने कहा कि अपने आप को मुख्यमंत्री स्तर का नेता मानने वाले नगर विधायक को जनता से रूबरू होना चाहिए। मगर, नेताजी एसी चेम्बर में बैठकर जनता से फेसबुक लाइव पर बात करते हैं। वे जनता की तकलीफ़ नहीं समझते और न ही उनसे सरोकार रखते हैं। फेस बुक लाइव से खानापूर्ति करने वाले नगर विधायक जनता की परेशानी दूर नहीं कर सकते। पांडेय ने कहा कि बिलासपुर में पिछले कई महीनों से पीलिया और डायरिया फैला हुआ है। बच्चे भी इसके शिकार हुए है, लेकिन नगर निगम केवल पानी साफ होने का प्रमाण पत्र देकर मुक्त हो जाता है। पानी की समस्या और नाली से गुजरती पाइप लाइन की ओर ध्यान न तो निगम को है और न ही विधायक को। पूर्व विधायक ने कहा कि शहर में दिन भर में बीसियों बार लाइट जा रही है। भीषण गर्मी में बिजली की समस्या बढ़ती जा रही है। शहर में अंधेरा छाया रहता है और दिन में भी लाइट कई बार जा रही है। शासन प्रशासन का इस ओर ध्यान ही नहीं है।

जनता पीलिया, डायरिया व पानी संकट से जूझ रही, विधायक फेसबुक लाइव में व्यस्त- पांडेय
छत्तीसगढ़ संवाददाता बिलासपुर, 26 मई। शहर की समस्याओं को जनता के बीच आकर दूर नहीं करने को लेकर पूर्व विधायक शैलेष पांडेय ने विधायक अमर अग्रवाल को आड़े हाथों लिया है। एक बयान जारी कर उन्होंने कहा कि अपने आप को मुख्यमंत्री स्तर का नेता मानने वाले नगर विधायक को जनता से रूबरू होना चाहिए। मगर, नेताजी एसी चेम्बर में बैठकर जनता से फेसबुक लाइव पर बात करते हैं। वे जनता की तकलीफ़ नहीं समझते और न ही उनसे सरोकार रखते हैं। फेस बुक लाइव से खानापूर्ति करने वाले नगर विधायक जनता की परेशानी दूर नहीं कर सकते। पांडेय ने कहा कि बिलासपुर में पिछले कई महीनों से पीलिया और डायरिया फैला हुआ है। बच्चे भी इसके शिकार हुए है, लेकिन नगर निगम केवल पानी साफ होने का प्रमाण पत्र देकर मुक्त हो जाता है। पानी की समस्या और नाली से गुजरती पाइप लाइन की ओर ध्यान न तो निगम को है और न ही विधायक को। पूर्व विधायक ने कहा कि शहर में दिन भर में बीसियों बार लाइट जा रही है। भीषण गर्मी में बिजली की समस्या बढ़ती जा रही है। शहर में अंधेरा छाया रहता है और दिन में भी लाइट कई बार जा रही है। शासन प्रशासन का इस ओर ध्यान ही नहीं है।