छग प्रान्तीय अखण्ड ब्राह्मण समाज ने मनाया हिन्दू नववर्ष

रायपुर, 11 अप्रैल। छ.ग.प्रान्तीय अखण्ड ब्राह्मण समाज रायपुर ने बताया कि हिन्दू नववर्ष उत्सव मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि श्री ज्ञानेश शर्मा जी पूर्व योग आयोग अध्यक्ष व पार्षद, अध्यक्ष श्रीमती भारती किरण शर्मा, विशिष्ट अतिथि श्रीमती मीनल चौबे, नेता प्रतिपक्ष एवं पार्षद,व श्री मृत्युंजय दुबे पार्षद सुंदर नगर रायपुर , श्रीमती निशा तिवारी प्रदेश अध्यक्ष नारी प्रकोष्ठ, संजय शुक्ला प्रदेश सचिव की उपस्थिति में परशुराम भगवान एव मां भगवती कीपूजा अर्चना कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया। समाज ने बताया कि सर्व प्रथम 101 कन्याओं के पद प्रक्षालन कर माहूर कुमकुम कर कन्या भोजन और सभी को उपहार स्वरूप सिंगार,पेन, पेन्सिल, चाकलेट,क्रेयान बाक्स दिया गया। मातृशक्तियों द्वारा जसगीत प्रतियोगिता में भाग लिया गया। आयोजन पश्चात सभी को मोमेंटो व अन्य सामग्री देकर सम्मानित किया गया। बालक बालिकाओं के नृत्य व हिन्दू धर्म व संस्कृति पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित कर धर्म जागरण का पुनित कार्य किया गया। साथ ही प्रेरणा स्वरूप बच्चों को ईनाम भी दिया गया। तत्पश्चात 1001दीपक जलाकर नववर्ष व नवरात्री पर्व पर मां भवानी को समर्पित किया गया।

छग प्रान्तीय अखण्ड ब्राह्मण समाज ने मनाया हिन्दू नववर्ष
रायपुर, 11 अप्रैल। छ.ग.प्रान्तीय अखण्ड ब्राह्मण समाज रायपुर ने बताया कि हिन्दू नववर्ष उत्सव मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि श्री ज्ञानेश शर्मा जी पूर्व योग आयोग अध्यक्ष व पार्षद, अध्यक्ष श्रीमती भारती किरण शर्मा, विशिष्ट अतिथि श्रीमती मीनल चौबे, नेता प्रतिपक्ष एवं पार्षद,व श्री मृत्युंजय दुबे पार्षद सुंदर नगर रायपुर , श्रीमती निशा तिवारी प्रदेश अध्यक्ष नारी प्रकोष्ठ, संजय शुक्ला प्रदेश सचिव की उपस्थिति में परशुराम भगवान एव मां भगवती कीपूजा अर्चना कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया। समाज ने बताया कि सर्व प्रथम 101 कन्याओं के पद प्रक्षालन कर माहूर कुमकुम कर कन्या भोजन और सभी को उपहार स्वरूप सिंगार,पेन, पेन्सिल, चाकलेट,क्रेयान बाक्स दिया गया। मातृशक्तियों द्वारा जसगीत प्रतियोगिता में भाग लिया गया। आयोजन पश्चात सभी को मोमेंटो व अन्य सामग्री देकर सम्मानित किया गया। बालक बालिकाओं के नृत्य व हिन्दू धर्म व संस्कृति पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित कर धर्म जागरण का पुनित कार्य किया गया। साथ ही प्रेरणा स्वरूप बच्चों को ईनाम भी दिया गया। तत्पश्चात 1001दीपक जलाकर नववर्ष व नवरात्री पर्व पर मां भवानी को समर्पित किया गया।