कलयुग साधन का युग मगर सुख शांति गायब, विद्युत नगर में पंडित युगल कृष्ण का भागवत

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कलयुग साधन का युग मगर सुख शांति गायब, विद्युत नगर में पंडित युगल कृष्ण का भागवत

दुर्ग। विद्युत नगर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा यज्ञ के तीसरे दिन राजा परीक्षित की कथा सुनाई गई। कथा व्यास से  पंडित युगल कृष्ण शास्त्री ने बताया कि सतयुग में धर्म के चार चरण थे। सत्य, तप, पवित्रता और दान। हर युग में एक एक चरण की कमी होते जाती है। कलयुग में दान का बड़ा महत्व है। धर्म से पृथ्वी माता को प्रसन्नता होती है। पाप का भार अधिक होता है, जिससे पृथ्वी को कष्ट होता है। 
पंडित युगल कृष्ण ने आगे बताया कि कलयुग मशीन का युग है। यह साधन का युग है, मगर जीवन में सुख शांति गायब है। द्वापर का जाना और कलयुग का आना साथ हुआ। 

मालूम हो, विद्युत नगर दुर्ग में एक अप्रैल से श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। विद्युत नगर स्थित शिव मंदिर में कार्यक्रम हो रहा है । विद्युत नगर विकास एवं सेवा समिति के सौजन्य से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा पंडित युगल कृष्ण महाराज के श्रीमुख से चल रहा हैं। कथा 9 अप्रैल तक चलेगी। कार्यक्रम के पहले दिन 108 महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकाली गई,  जिसने विधायक गजेंद्र यादव भी शामिल हुए। विद्युत नगर विकास एवं सेवा समिति कथा के आयोजन को भव्य रूप दिया गया है। परिक्षित के रुप में पूर्व पार्षद कल्पना जोशी एवम ललित जोशी कथा स्थल में लगातार उपस्थित रहे। क्षेत्र के लोग कथा सुनने प्रतिदिन बड़ी संख्या में जुट रहे हैं।