पोप फ्रांसिस ने समलैंगिकों पर टिप्पणी के लिए मांगी माफ़ी
पोप फ्रांसिस ने समलैंगिकों पर टिप्पणी के लिए मांगी माफ़ी
पोप फ्रांसिस ने उन रिपोर्टों के बाद माफ़ी मांगी है, जिनमें दावा किया गया था कि उन्होंने समलैंगिक पुरुषों के प्रति काफ़ी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था.
वेटिकन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पोप का इरादा किसी को ठेस पहुँचाने का नहीं था और वो उन लोगों से माफ़ी मांगते हैं जो उनके शब्द के इस्तेमाल से आहत हुए हैं.
एक इटैलियन बिशप क़ॉन्फ्रेंस में पोप ने कथित तौर पर कहा कि गे लोगों को पादरी बनने के लिए ट्रेनिंग नहीं देनी चाहिए. ऐसा कहते हुए उन्होंने गे लोगों के लिए फ्रॉशियाजिन शब्द का इस्तेमाल किया जो एक बहुत अपमानजनक शब्द है.
ये एक प्राइवेट मुलाक़ात थी लेकिन उनका ये बयान व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया.
पोप के बयान पर विवाद के बाद कैथलिक चर्च की गवर्निंग बॉडी होली सी के डायरेक्टर माटेओ ब्रूनी ने बयान में कहा, पोप फ्रांसिस हाल ही में छपे लेखों से अवगत हैं, जिसमें बंद दरवाज़ों के पीछे बिशपों के साथ उनकी बातचीत के बारे में लिखा गया है.
पोप की कथित टिप्पणियों को सबसे पहले इटैलियन टैब्लॉयड वेबसाइट डागोस्पिया ने रिपोर्ट किया था और जल्द ही अन्य इटैलियन समाचार एजेंसियों ने भी इसकी पुष्टि कर दी.
इस रिपोर्ट में जिस तरह की भाषा पोप की ओर से इस्तेमाल करते हुए बताई गई वो हैरान करने वाली थी क्योंकि पोप फ्रांसिस अक्सर सार्वजनिक रूप से समलैंगिक लोगों के प्रति सम्मान दिखाने की बात करते रहे हैं.(bbc.com/hindi)
पोप फ्रांसिस ने उन रिपोर्टों के बाद माफ़ी मांगी है, जिनमें दावा किया गया था कि उन्होंने समलैंगिक पुरुषों के प्रति काफ़ी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था.
वेटिकन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पोप का इरादा किसी को ठेस पहुँचाने का नहीं था और वो उन लोगों से माफ़ी मांगते हैं जो उनके शब्द के इस्तेमाल से आहत हुए हैं.
एक इटैलियन बिशप क़ॉन्फ्रेंस में पोप ने कथित तौर पर कहा कि गे लोगों को पादरी बनने के लिए ट्रेनिंग नहीं देनी चाहिए. ऐसा कहते हुए उन्होंने गे लोगों के लिए फ्रॉशियाजिन शब्द का इस्तेमाल किया जो एक बहुत अपमानजनक शब्द है.
ये एक प्राइवेट मुलाक़ात थी लेकिन उनका ये बयान व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया.
पोप के बयान पर विवाद के बाद कैथलिक चर्च की गवर्निंग बॉडी होली सी के डायरेक्टर माटेओ ब्रूनी ने बयान में कहा, पोप फ्रांसिस हाल ही में छपे लेखों से अवगत हैं, जिसमें बंद दरवाज़ों के पीछे बिशपों के साथ उनकी बातचीत के बारे में लिखा गया है.
पोप की कथित टिप्पणियों को सबसे पहले इटैलियन टैब्लॉयड वेबसाइट डागोस्पिया ने रिपोर्ट किया था और जल्द ही अन्य इटैलियन समाचार एजेंसियों ने भी इसकी पुष्टि कर दी.
इस रिपोर्ट में जिस तरह की भाषा पोप की ओर से इस्तेमाल करते हुए बताई गई वो हैरान करने वाली थी क्योंकि पोप फ्रांसिस अक्सर सार्वजनिक रूप से समलैंगिक लोगों के प्रति सम्मान दिखाने की बात करते रहे हैं.(bbc.com/hindi)