नर्सरी दाखिला : ईडब्ल्यूएस श्रेणी में बढ़ा दाखिले का इंतजार
नई दिल्ली राजधानी के 1700 से अधिक निजी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2024-2025 के लिए...
नई दिल्ली
राजधानी के 1700 से अधिक निजी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2024-2025 के लिए ईडब्ल्यूएस श्रेणी में दाखिला प्रक्रिया अब तक शुरु नहीं हुई है। ऐसे में इस श्रेणी में दाखिले का इंतजार बढ़ता जा रहा है। अभिभावक दाखिले की जानकारी लेने के लिए स्कूलों से लेकर शिक्षा निदेशालय के चक्कर लगा रहे हैं। जबकि सामान्य श्रेणी की सीटों पर दाखिला प्रक्रिया संपन्न हो गई है। ऐसे में ईडब्ल्यूएस श्रेणी के बच्चों के अभिभावक खासे मायूस हैं।
लंबे इंतजार के बाद भी आर्थिक पिछड़ा वर्ग (ईडब्ल्यूएस), वंचित वर्ग (डीजी), विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (सीडब्ल्यूएसएन) श्रेणी की सीटों पर दाखिला प्रक्रिया शुरु नहीं हो पाई है। शिक्षा निदेशालय का कहना है कि जल्द दाखिला प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। बताते चलें कि दाखिला प्रक्रिया हर साल फरवरी में शुरू हो जाती है। स्कूलों में नर्सरी के सामान्य श्रेणी के छात्रों का नया सत्र शुरू हुए 14 दिन भी बीत गए हैं। लेकिन, अभी तक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है। इसको लेकर अभिभावकों में नाराजगी देखने को मिल रही है।
अभिभावकों का कहना है कि एक तो पहले ही ईडब्ल्यूएस सीट पर दाखिला लेने के लिए स्कूल में मशक्कत करनी पड़ती है। प्रक्रिया में देरी होने से दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ने लगी हैं। बता दें कि निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीट ईडब्ल्यूएस, डीजी और विशेष बच्चों की श्रेणी के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है। शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि ईडब्ल्यूएस श्रेणी के दाखिला संबंधी दिशा-निर्देश व अधिसूचना इस सप्ताह जारी होने की संभावना है। ज्यादातर स्कूलों ने सीटों के मामले में जानकारी दे दी है।
बोले अभिभावक
करोल बाग के निवासी राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि उनका बेटा चार साल का है। वह दिसंबर माह से ईडब्ल्यूएस दाखिला प्रक्रिया शुरु होने का इंतजार कर रहे हैं। पिछले साल यह फॉर्म फरवरी के आसपास निकल चुके थे, लेकिन, इस बार स्कूलों का नया सत्र भी शुरू हो गया है और अब तक फॉर्म नहीं निकले हैं। त्यागराज कॉम्प्लैक्स निवासी कनिका रावत ने बताया कि उन्हें बेटी का दाखिला कराना है। वह निदेशालय से लेकर स्कूलों तक के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन, कहीं से भी दाखिले की सूचना नहीं मिल रही है। ऐसे में इंतजार के सिवाय कोई चारा नहीं है।