जादू-टोना के शक में हुये अन्धे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई
जादू-टोना के शक में हुये अन्धे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई
सुकमा, 17 अप्रैल। दिनांक 07.03.2024 को कलमू भीमा पिता स्व. कोसा उम्र 48 वर्ष निवासी मांझीपारा थाना केरलापाल गांव के पटेलपारा निवासी कुहरामी कोसा के घर छट्टी (नामकरण) कार्यक्रम में गया हुआ था रात्रि नही आने से कमलू भीमा के बहू कलमू कोसी के द्वारा पता-साजी करने से मांझीपारा के प्राथमिक शाला के पास तेंदू पेड़ के नीचे कलमू भीमा घायल अवस्था में बेहोशी के हालत में पड़ा हुआ मिला जिसके कान के नीचे चोंट के निशान दिखाई दिया गया। प्राथमिक उपचार उपंरात उचित उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज डिमरापाल जगदलपुर में भर्ती कराया गया। ईलाज के दौरान दिनांक 11.03.2024 को कलमू भीमा की मृत्यु हो गया। घटना के संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के नाम खिलाफ थाना केरलापाल में अपराध क्रमांक 11/2024 धारा 302, 34, 120 (बी) भादवि. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही प्रकरण में संलिप्त आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी हेतु श्रीमान पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा किरण चव्हाण के मार्ग-दर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निखिल कुमार राखेचा, अभिषेक वर्मा के निर्देशन था पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा परमेश्वर तिलकवार के पर्यवेक्षण में निरीक्षक गोविंद यादव थाना प्रभारी केरलापाल के नेतृत्व मे विशेष टीम की गठित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों से दिषा-निर्देश् प्राप्त कर गठित टीम द्वारा ग्राम मांझीपारा मे दबिश देकर घटना के चष्मीद गवाहों के मुताबिक घटना में संलिप्ता 02 आरोपियों क्रमशः 01. मड़कम सोमा पिता स्व. मड़कम गंगा उम्र 43 वर्ष निवासी मांझीपारा थाना केरलापाल जिला सुकमा एवं 02. सोड़ी जोगा पिता स्व0 पोदिया उम्र 40 वर्ष निवासी मांझीपारा थाना केरलापाल जिला सुकमा को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया। आरोपियों से पूछताछ पर योजनाबद्ध तरीके से कलमू भीमा को जादू-टोना करने के शक में दिनांक 07.03.2024 की रात्रि में पत्थर से सिर कनपटी में चोंट पंहुचाकर हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपियों द्वारा कलमू भीमा की हत्या में प्रयोग किया पत्थर को जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध पर्याप्त सबूत पाये जाने से अग्रिम वैधानिक कार्यवाही करते हुये दिनांक 16.04.2024 को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय सुकमा के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
इस कार्यवाही में निरीक्षक गोंविंद यादव थाना प्रभारी केरलापाल व थाना स्टॉफ का विशेष सहयोग रहा।
सुकमा, 17 अप्रैल। दिनांक 07.03.2024 को कलमू भीमा पिता स्व. कोसा उम्र 48 वर्ष निवासी मांझीपारा थाना केरलापाल गांव के पटेलपारा निवासी कुहरामी कोसा के घर छट्टी (नामकरण) कार्यक्रम में गया हुआ था रात्रि नही आने से कमलू भीमा के बहू कलमू कोसी के द्वारा पता-साजी करने से मांझीपारा के प्राथमिक शाला के पास तेंदू पेड़ के नीचे कलमू भीमा घायल अवस्था में बेहोशी के हालत में पड़ा हुआ मिला जिसके कान के नीचे चोंट के निशान दिखाई दिया गया। प्राथमिक उपचार उपंरात उचित उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज डिमरापाल जगदलपुर में भर्ती कराया गया। ईलाज के दौरान दिनांक 11.03.2024 को कलमू भीमा की मृत्यु हो गया। घटना के संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के नाम खिलाफ थाना केरलापाल में अपराध क्रमांक 11/2024 धारा 302, 34, 120 (बी) भादवि. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही प्रकरण में संलिप्त आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी हेतु श्रीमान पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा किरण चव्हाण के मार्ग-दर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निखिल कुमार राखेचा, अभिषेक वर्मा के निर्देशन था पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा परमेश्वर तिलकवार के पर्यवेक्षण में निरीक्षक गोविंद यादव थाना प्रभारी केरलापाल के नेतृत्व मे विशेष टीम की गठित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों से दिषा-निर्देश् प्राप्त कर गठित टीम द्वारा ग्राम मांझीपारा मे दबिश देकर घटना के चष्मीद गवाहों के मुताबिक घटना में संलिप्ता 02 आरोपियों क्रमशः 01. मड़कम सोमा पिता स्व. मड़कम गंगा उम्र 43 वर्ष निवासी मांझीपारा थाना केरलापाल जिला सुकमा एवं 02. सोड़ी जोगा पिता स्व0 पोदिया उम्र 40 वर्ष निवासी मांझीपारा थाना केरलापाल जिला सुकमा को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया। आरोपियों से पूछताछ पर योजनाबद्ध तरीके से कलमू भीमा को जादू-टोना करने के शक में दिनांक 07.03.2024 की रात्रि में पत्थर से सिर कनपटी में चोंट पंहुचाकर हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपियों द्वारा कलमू भीमा की हत्या में प्रयोग किया पत्थर को जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध पर्याप्त सबूत पाये जाने से अग्रिम वैधानिक कार्यवाही करते हुये दिनांक 16.04.2024 को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय सुकमा के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
इस कार्यवाही में निरीक्षक गोंविंद यादव थाना प्रभारी केरलापाल व थाना स्टॉफ का विशेष सहयोग रहा।