असम की हिंदी फीचर फिल्म 'कूकी' की कान फिल्म फेस्टिवल में होगी स्क्रीनिंग
असम की हिंदी फीचर फिल्म 'कूकी' की कान फिल्म फेस्टिवल में होगी स्क्रीनिंग
गुवाहाटी, 11 मई । 28 जून को अपनी रिलीज से पहले, असम में बनी हिंदी फीचर फिल्म कूकी की कान फिल्म फेस्टिवल 2024 में स्क्रीनिंग होगी।
शनिवार को ऑफिशियल रिलीज में बताया गया कि कूकी की स्क्रीनिंग 21 मई को पैलेस एच में होने वाली है।
निर्माता जुनमोनी देवी खौंड ने कहा, मैं अपनी पहली फीचर फिल्म कूकी को प्रतिष्ठित कान फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित करने का अवसर पाकर बेहद सम्मानित और आभारी हूं।
यह प्लेटफॉर्म न केवल सिनेमाई कला का जश्न मनाता है बल्कि उन आवाजों को भी बुलंद करता है जो महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर बोलने का साहस करती हैं।
खौंड ने कहा कि फिल्म एक ऐसे विषय को संबोधित करती है जिस पर तत्काल इंटरनेशनल अटेंशन और डायलॉग की आवश्यकता है, जिससे कान में इसकी स्क्रीनिंग विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाती है।
खौंड ने कहा, मेरा मानना है कि हमारी फिल्म को वैश्विक स्तर पर दर्शकों को देखनी चाहिए। यह अवसर किसी भी फिल्म निर्माता के लिए एक सपने के सच होने जैसा है और मैं हमारी कहानी को इतने सम्मानित स्टेज पर लाने का मौका देने के लिए बेहद आभारी हूं।
कूकी असम संस्कृति के विभिन्न तत्वों को प्रदर्शित करते हुए एक लड़की के जीवन संघर्ष, प्रेम कहानी और कई बाधाओं का वर्णन करती है।
--(आईएएनएस)
गुवाहाटी, 11 मई । 28 जून को अपनी रिलीज से पहले, असम में बनी हिंदी फीचर फिल्म कूकी की कान फिल्म फेस्टिवल 2024 में स्क्रीनिंग होगी।
शनिवार को ऑफिशियल रिलीज में बताया गया कि कूकी की स्क्रीनिंग 21 मई को पैलेस एच में होने वाली है।
निर्माता जुनमोनी देवी खौंड ने कहा, मैं अपनी पहली फीचर फिल्म कूकी को प्रतिष्ठित कान फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित करने का अवसर पाकर बेहद सम्मानित और आभारी हूं।
यह प्लेटफॉर्म न केवल सिनेमाई कला का जश्न मनाता है बल्कि उन आवाजों को भी बुलंद करता है जो महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर बोलने का साहस करती हैं।
खौंड ने कहा कि फिल्म एक ऐसे विषय को संबोधित करती है जिस पर तत्काल इंटरनेशनल अटेंशन और डायलॉग की आवश्यकता है, जिससे कान में इसकी स्क्रीनिंग विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाती है।
खौंड ने कहा, मेरा मानना है कि हमारी फिल्म को वैश्विक स्तर पर दर्शकों को देखनी चाहिए। यह अवसर किसी भी फिल्म निर्माता के लिए एक सपने के सच होने जैसा है और मैं हमारी कहानी को इतने सम्मानित स्टेज पर लाने का मौका देने के लिए बेहद आभारी हूं।
कूकी असम संस्कृति के विभिन्न तत्वों को प्रदर्शित करते हुए एक लड़की के जीवन संघर्ष, प्रेम कहानी और कई बाधाओं का वर्णन करती है।
--(आईएएनएस)