शमशान की भूमि पर दबंगों ने किया कब्जा:मुरैना के अंबाह क्षेत्र के लालू बसई गांव में बारिश में तिरपाल तानकर किया अंतिम संस्कार

मुरैना के अंबाह क्षेत्र के लालू बसई गांव में एक 24 वर्षीय युवक की मौत हो गई । गांव के शमशान पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है, जिसके कारण युवक के शव को एक खेत में जलाया गया। खुले में अंतिम संस्कार करने के दौरान बारिश शुरू हो गई, जिसके कारण गांव वालों को तिरपाल तानकर अंतिम संस्कार करना पड़ा। घटना बीते दिन की है। बता दें कि, मुरैना के अंबाह क्षेत्र के लालू बसई गांव निवासी गोलू माहौर, उम्र 24 वर्ष की, बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद उसके परिजनों को उसकी अंतिम संस्कार की चिंता हुई। वह उसे शमशान में न ले जाकर अपने खेत में ले गए क्योंकि शमशान की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। इस अवैध कब्जे के कारण शमशान की जमीन का उपयोग नहीं हो पा रहा है तथा ग्रामीणों को अपने स्वजनों का अंतिम संस्कार खेतों में जाकर करना पड़ रहा है। बारिश में तिरपाल तानकर किया अंतिम संस्कार जब गांव के लोग मृतक की अर्थी को लेकर उसके खेत में गए तो वहां पर बारिश होने लगी। बारिश काफी देर तक हुई। तब तक उन लोगों ने चिता सजा ली थी। चिता की लकड़ियां कहीं गीली न हो जाए, इस वजह से सभी ग्रामीण चिता के ऊपर तिरपाल तानकर खड़े हो गए। लगभग 2 घंटे तक बारिश की बूंदे पड़ती रहीं, जब बारिश पूरी तरह से थम गई तब कहीं जाकर मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सका। गांव के सरपंच ने प्रशासन पर लगाए आरोप गांव के सरपंच शीशुपाल सिंह ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया है कि गांव की जमीन के सर्वे क्रमांक-819 तथा 704 पर शमशान बनाया गया है लेकिन उसका अभी तक सीमांकन नहीं किया गया है। सीमांकन तहसीलदार तथा पटवारी को करना है लेकिन न तो पटवारी ने इसमें रुचि ली, न ही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने तहसीलदार को लिखा पत्र गांव के सरपंच शिशुपाल सिंह ने बताया कि 25 अप्रैल 2024 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंवाह ने तहसीलदार अंबाह को गांव के शमशान की जमीन का सीमांकन करने के लिए पत्र लिखा था लेकिन तहसीलदार ने उसे पत्र को कचरे के डिब्बे में डाल दिया। कुल मिलाकर इस पूरे मामले में अंबाह तहसील के तहसीलदार तथा SDM की लापरवाही शामिल है। मृतक के खेत में करते अंतिम संस्कार लालू बसई गांव में मौजूद शमशान की भूमि पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लेने के बाद जब गांव के किसी भी व्यक्ति की मौत होती है तो उसके ही खेत में उसका अंतिम संस्कार किया जाता है क्योंकि कोई दूसरा व्यक्ति अपने खेत में अंतिम संस्कार नहीं कराना चाहता। ऐसे में उन मृतकों के साथ समस्या आती है जिनके खेत गांव में नहीं है या फिर खेत ही नहीं है। ऐसी स्थिति में उसके शव का अंतिम संस्कार एक बड़ी समस्या बन जाता है। सीमांकन का नाम आने पर पुलिस झाड़ लेती पाला लालू वसई गांव के सरपंच तथा ग्रामीण कई बार अंबाह थाना पुलिस के पास पहुंचे, और थाना प्रभारी को अपनी समस्या बताई तथा दबंगों से शमशान की भूमि मुक्त करने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया कि यह मामला राजस्व विभाग का है।

शमशान की भूमि पर दबंगों ने किया कब्जा:मुरैना के अंबाह क्षेत्र के लालू बसई गांव में बारिश में तिरपाल तानकर किया अंतिम संस्कार
मुरैना के अंबाह क्षेत्र के लालू बसई गांव में एक 24 वर्षीय युवक की मौत हो गई । गांव के शमशान पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है, जिसके कारण युवक के शव को एक खेत में जलाया गया। खुले में अंतिम संस्कार करने के दौरान बारिश शुरू हो गई, जिसके कारण गांव वालों को तिरपाल तानकर अंतिम संस्कार करना पड़ा। घटना बीते दिन की है। बता दें कि, मुरैना के अंबाह क्षेत्र के लालू बसई गांव निवासी गोलू माहौर, उम्र 24 वर्ष की, बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद उसके परिजनों को उसकी अंतिम संस्कार की चिंता हुई। वह उसे शमशान में न ले जाकर अपने खेत में ले गए क्योंकि शमशान की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। इस अवैध कब्जे के कारण शमशान की जमीन का उपयोग नहीं हो पा रहा है तथा ग्रामीणों को अपने स्वजनों का अंतिम संस्कार खेतों में जाकर करना पड़ रहा है। बारिश में तिरपाल तानकर किया अंतिम संस्कार जब गांव के लोग मृतक की अर्थी को लेकर उसके खेत में गए तो वहां पर बारिश होने लगी। बारिश काफी देर तक हुई। तब तक उन लोगों ने चिता सजा ली थी। चिता की लकड़ियां कहीं गीली न हो जाए, इस वजह से सभी ग्रामीण चिता के ऊपर तिरपाल तानकर खड़े हो गए। लगभग 2 घंटे तक बारिश की बूंदे पड़ती रहीं, जब बारिश पूरी तरह से थम गई तब कहीं जाकर मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सका। गांव के सरपंच ने प्रशासन पर लगाए आरोप गांव के सरपंच शीशुपाल सिंह ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया है कि गांव की जमीन के सर्वे क्रमांक-819 तथा 704 पर शमशान बनाया गया है लेकिन उसका अभी तक सीमांकन नहीं किया गया है। सीमांकन तहसीलदार तथा पटवारी को करना है लेकिन न तो पटवारी ने इसमें रुचि ली, न ही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने तहसीलदार को लिखा पत्र गांव के सरपंच शिशुपाल सिंह ने बताया कि 25 अप्रैल 2024 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंवाह ने तहसीलदार अंबाह को गांव के शमशान की जमीन का सीमांकन करने के लिए पत्र लिखा था लेकिन तहसीलदार ने उसे पत्र को कचरे के डिब्बे में डाल दिया। कुल मिलाकर इस पूरे मामले में अंबाह तहसील के तहसीलदार तथा SDM की लापरवाही शामिल है। मृतक के खेत में करते अंतिम संस्कार लालू बसई गांव में मौजूद शमशान की भूमि पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लेने के बाद जब गांव के किसी भी व्यक्ति की मौत होती है तो उसके ही खेत में उसका अंतिम संस्कार किया जाता है क्योंकि कोई दूसरा व्यक्ति अपने खेत में अंतिम संस्कार नहीं कराना चाहता। ऐसे में उन मृतकों के साथ समस्या आती है जिनके खेत गांव में नहीं है या फिर खेत ही नहीं है। ऐसी स्थिति में उसके शव का अंतिम संस्कार एक बड़ी समस्या बन जाता है। सीमांकन का नाम आने पर पुलिस झाड़ लेती पाला लालू वसई गांव के सरपंच तथा ग्रामीण कई बार अंबाह थाना पुलिस के पास पहुंचे, और थाना प्रभारी को अपनी समस्या बताई तथा दबंगों से शमशान की भूमि मुक्त करने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया कि यह मामला राजस्व विभाग का है।