मुरैना के पगारा डैम के पांच गेट खुले:654 फीट गहरे पगारा डैम फुल होने पर ऑटोमेटिक पांचो गेट खुल गए

मुरैना जिले के जौरा क्षेत्र के पगारा बांध के ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं। यह गेट पिछले 10 वर्ष बाद खुले हैं। इस बार अच्छी बारिश होने के कारण दम ओवरफ्लो हो गया था इसलिए इसके पांचो ऑटोमेटिक गेट खुल गए। बता दें कि, लगभग 10 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद अच्छी हो रही बरसात से पगारा बांध में पानी का जलस्तर बढ़ता गया है। 654 फीट क्षमता वाले पगारा बांध में जब जल स्तर 654 फीट तक पहुंच गया तो ऑटोमेटिक पांच गेट खुल गए। बरसों पुरानी इस पगारा बांध का कैचमेंट एरिया ए स्क्वायर किलोमीटर का है। जिसमें श्योपुर जिले की तहसील विजयपुर से लेकर पहाड़गढ़ के जंगली रास्ते से बरसात का पानी आता है। भिंड जिले के किसानों के लिए वरदान इस पगारा बांध के पानी से भिंड जिले के किसानों को रवि की फसल में काफी लाभ होता है, विशेषकर गोहद तहसील के किसान इस पानी से रवि की फसल में काफी लाभान्वित होते हैं। बांध के इस पानी से लगभग 28000 हेक्टेयर क्षेत्र में रवि की फसल की सिंचाई होती है। पिछले लगभग 10 वर्षों से बरसात नहीं होने से पगारा बांध पानी से नहीं भर पा रहा था, जिससे भिंड जिले के लोगों को रवि की फसल के लिए पानी की कमी महसूस हो रही थी लेकिन पूरे क्षेत्र में लगातार हो रही बरसात से अब 10 वर्ष बाद पगारा बांध का जल स्तर उसकी क्षमता 654 फीट तक भर चुका है, इसके चलते उसके सभी पांचो ऑटोमेटिक गेट खुल चुके हैं। सैलानियों की पहुंच रही भीड़ पगारा बांध पर पानी का नजारा देखने के लिए भी सैलानियों व पर्यटकों की भीड़ प्रतिदिन पहुंच रही है। इनका कहना है जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री राहुल यादव का कहना है कि इस बार अच्छी बरसात से पगारा बांध का जलस्तर 654 फीट तक पहुंच गया है जिसके चलते सभी पांचो ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं।

मुरैना के पगारा डैम के पांच गेट खुले:654 फीट गहरे पगारा डैम फुल होने पर ऑटोमेटिक पांचो गेट खुल गए
मुरैना जिले के जौरा क्षेत्र के पगारा बांध के ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं। यह गेट पिछले 10 वर्ष बाद खुले हैं। इस बार अच्छी बारिश होने के कारण दम ओवरफ्लो हो गया था इसलिए इसके पांचो ऑटोमेटिक गेट खुल गए। बता दें कि, लगभग 10 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद अच्छी हो रही बरसात से पगारा बांध में पानी का जलस्तर बढ़ता गया है। 654 फीट क्षमता वाले पगारा बांध में जब जल स्तर 654 फीट तक पहुंच गया तो ऑटोमेटिक पांच गेट खुल गए। बरसों पुरानी इस पगारा बांध का कैचमेंट एरिया ए स्क्वायर किलोमीटर का है। जिसमें श्योपुर जिले की तहसील विजयपुर से लेकर पहाड़गढ़ के जंगली रास्ते से बरसात का पानी आता है। भिंड जिले के किसानों के लिए वरदान इस पगारा बांध के पानी से भिंड जिले के किसानों को रवि की फसल में काफी लाभ होता है, विशेषकर गोहद तहसील के किसान इस पानी से रवि की फसल में काफी लाभान्वित होते हैं। बांध के इस पानी से लगभग 28000 हेक्टेयर क्षेत्र में रवि की फसल की सिंचाई होती है। पिछले लगभग 10 वर्षों से बरसात नहीं होने से पगारा बांध पानी से नहीं भर पा रहा था, जिससे भिंड जिले के लोगों को रवि की फसल के लिए पानी की कमी महसूस हो रही थी लेकिन पूरे क्षेत्र में लगातार हो रही बरसात से अब 10 वर्ष बाद पगारा बांध का जल स्तर उसकी क्षमता 654 फीट तक भर चुका है, इसके चलते उसके सभी पांचो ऑटोमेटिक गेट खुल चुके हैं। सैलानियों की पहुंच रही भीड़ पगारा बांध पर पानी का नजारा देखने के लिए भी सैलानियों व पर्यटकों की भीड़ प्रतिदिन पहुंच रही है। इनका कहना है जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री राहुल यादव का कहना है कि इस बार अच्छी बरसात से पगारा बांध का जलस्तर 654 फीट तक पहुंच गया है जिसके चलते सभी पांचो ऑटोमेटिक गेट खुल गए हैं।