अग्रवाल समाज राममंदिर को देगा अग्रसेन व राजाभोज की प्रतिमा:31 अगस्त से प्रारंभ हो रही अयोध्या धाम की यात्रा

भोपाल अग्रवाल समाज लालघाटी द्वारा छह दिवसीय धार्मिक यात्रा का आयोजन 31 अगस्त से किया रहा है। यात्रा गुफा मंदिर लालघाटी से प्रारंभ होगी। इसका शुभारंभ महंत रामप्रवेश दास त्यागी केसरिया ध्वज दिखाकर करेंगे। यात्रा समाज अध्यक्ष दर्शन गर्ग व संयोजक अनुपम अग्रवाल के नेतृत्व में होगी, सभी श्रद्धालु तीर्थ यात्रा पर वातानुकूलि बस से जाएंगे। दूसरी ओर एक सितंबर को आईटीसी कमला पार्क में शाम 6 बजे महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा पर सामूहिक महाआरती की जाएगी। यात्रा दल में डॉक्टर भी रहेगा अनुपम अग्रवाल ने बताया कि यात्रा प्रथम दिवस भोपाल से मैहर जाएगी। वहां माता शारदा देवी के दर्शन कर उन्हें चुनरी अर्पित करेंगे। इसके बाद वाराणसी पहुंचेगी। यहां काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन व अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद अयोध्या धाम पहुंचकर वहां श्रीरामलला के दर्शन कर मंदिर प्रबंधन को अग्रसेन महाराज एवं राजा भोज की प्रतिमा भेंट की जाएगी। पांचवें दिन प्रयागराज पहुंचकर संगम तट पर स्नान दान करेंगे। इसके बाद यात्री दल खजुराहो के मंदिरों के दर्शन कर भोपाल वापसी करेगा। यात्रा दल में एक डॉक्टा भी होगा और आवश्यक दवाएं भी रहेंगी।

अग्रवाल समाज राममंदिर को देगा अग्रसेन व राजाभोज की प्रतिमा:31 अगस्त से प्रारंभ हो रही अयोध्या धाम की यात्रा
भोपाल अग्रवाल समाज लालघाटी द्वारा छह दिवसीय धार्मिक यात्रा का आयोजन 31 अगस्त से किया रहा है। यात्रा गुफा मंदिर लालघाटी से प्रारंभ होगी। इसका शुभारंभ महंत रामप्रवेश दास त्यागी केसरिया ध्वज दिखाकर करेंगे। यात्रा समाज अध्यक्ष दर्शन गर्ग व संयोजक अनुपम अग्रवाल के नेतृत्व में होगी, सभी श्रद्धालु तीर्थ यात्रा पर वातानुकूलि बस से जाएंगे। दूसरी ओर एक सितंबर को आईटीसी कमला पार्क में शाम 6 बजे महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा पर सामूहिक महाआरती की जाएगी। यात्रा दल में डॉक्टर भी रहेगा अनुपम अग्रवाल ने बताया कि यात्रा प्रथम दिवस भोपाल से मैहर जाएगी। वहां माता शारदा देवी के दर्शन कर उन्हें चुनरी अर्पित करेंगे। इसके बाद वाराणसी पहुंचेगी। यहां काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन व अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद अयोध्या धाम पहुंचकर वहां श्रीरामलला के दर्शन कर मंदिर प्रबंधन को अग्रसेन महाराज एवं राजा भोज की प्रतिमा भेंट की जाएगी। पांचवें दिन प्रयागराज पहुंचकर संगम तट पर स्नान दान करेंगे। इसके बाद यात्री दल खजुराहो के मंदिरों के दर्शन कर भोपाल वापसी करेगा। यात्रा दल में एक डॉक्टा भी होगा और आवश्यक दवाएं भी रहेंगी।