10 दिनों के बाद हुई बालाघाट में बारिश:लोगों को उमस भरी गर्मी से मिली राहत, किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं

बालाघाट में लगभग 10 दिनों के बाद बुधवार सुबह रुक-रूककर बारिश हुई। जिसके कारण नगरवासियों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। रुकी-रुकी वर्षा के बाद, लगभग आधे घंटे तक हुई तेज बारिश से शहर तरबतर हो गया। चूंकि बारिश रूक-रूककर हो रही थी तो जलभराव की स्थिति नहीं बनी। बीते 24 घंटे में 05 मिलीमीटर वर्षा दर्ज भू-अभिलेख अधिकारी स्मिता देशमुख ने बताया कि, बीते 24 घंटे में 05 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिसमें सबसे ज्यादा परसवाड़ा में 19.4 मिलीमीटर, बैहर में 18.6, लालबर्रा में 4.5 और लांजी में 4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जबकि बाकी तहसीलो में कोई बारिश नहीं हुई है। सबसे ज्यादा बैहर और सबसे कम खैरलाजी में दर्ज हुई वर्षा, जानिए सभी आकड़े- जिले में 01 जून से 24 सितंबर तक 1184.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है। जिसमें सबसे ज्यादा बैहर में [1696.9 मिलीमीटर] और सबसे कम खैरलाजी में [641.8 मिलीमीटर] वर्षा रिकॉर्ड की गई है। वहीं तहसील में बीते वर्ष 01 जून से 24 सितंबर तक 1199.2 मिली. वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। जिसमें बालाघाट में 1255.2, वारासिवनी में 1302.6, लांजी में 1047.3, कटंगी में 948.4, किरनापुर में 1256.8, लालबर्रा में 1210.6, बिरसा में 1070.0, परसवाड़ा में 1651.5 और तिरोड़ी में 948.7 मिली वर्षा दर्ज की गई है। जो जिले में बीते वर्ष की अपेक्षा 14.7 मिलीमीटर कम है। । बारिश से खिले किसानों के चेहरे पिछले 10 दिनों से बारिश ना होने से खेतों में लगी धान की फसल की नमी सुखने लगी थी। बुधवार को बारिश से खेतों में मोटी धान लगाने वाले किसानों की खुशी देखी गई। किसानों ने बताया कि, सही समय पर बारिश हुई है, जिससे फसल की जमीन की सुख रही नमी, फिर बारिश के कारण लौटेगी।

10 दिनों के बाद हुई बालाघाट में बारिश:लोगों को उमस भरी गर्मी से मिली राहत, किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं
बालाघाट में लगभग 10 दिनों के बाद बुधवार सुबह रुक-रूककर बारिश हुई। जिसके कारण नगरवासियों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। रुकी-रुकी वर्षा के बाद, लगभग आधे घंटे तक हुई तेज बारिश से शहर तरबतर हो गया। चूंकि बारिश रूक-रूककर हो रही थी तो जलभराव की स्थिति नहीं बनी। बीते 24 घंटे में 05 मिलीमीटर वर्षा दर्ज भू-अभिलेख अधिकारी स्मिता देशमुख ने बताया कि, बीते 24 घंटे में 05 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिसमें सबसे ज्यादा परसवाड़ा में 19.4 मिलीमीटर, बैहर में 18.6, लालबर्रा में 4.5 और लांजी में 4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जबकि बाकी तहसीलो में कोई बारिश नहीं हुई है। सबसे ज्यादा बैहर और सबसे कम खैरलाजी में दर्ज हुई वर्षा, जानिए सभी आकड़े- जिले में 01 जून से 24 सितंबर तक 1184.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है। जिसमें सबसे ज्यादा बैहर में [1696.9 मिलीमीटर] और सबसे कम खैरलाजी में [641.8 मिलीमीटर] वर्षा रिकॉर्ड की गई है। वहीं तहसील में बीते वर्ष 01 जून से 24 सितंबर तक 1199.2 मिली. वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। जिसमें बालाघाट में 1255.2, वारासिवनी में 1302.6, लांजी में 1047.3, कटंगी में 948.4, किरनापुर में 1256.8, लालबर्रा में 1210.6, बिरसा में 1070.0, परसवाड़ा में 1651.5 और तिरोड़ी में 948.7 मिली वर्षा दर्ज की गई है। जो जिले में बीते वर्ष की अपेक्षा 14.7 मिलीमीटर कम है। । बारिश से खिले किसानों के चेहरे पिछले 10 दिनों से बारिश ना होने से खेतों में लगी धान की फसल की नमी सुखने लगी थी। बुधवार को बारिश से खेतों में मोटी धान लगाने वाले किसानों की खुशी देखी गई। किसानों ने बताया कि, सही समय पर बारिश हुई है, जिससे फसल की जमीन की सुख रही नमी, फिर बारिश के कारण लौटेगी।