कोलंबिया यूनिवर्सिटी के नए सत्र के पहले दिन ही हुए प्रदर्शन, दो गिरफ़्तार

ग़ज़ा युद्ध के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शनों के लिए चर्चा में रहे कोलंबिया यूनिवर्सिटी के नए सत्र के पहले दिन ही प्रदर्शन हुए. पुलिस ने कहा है कि दो छात्रों को हिरासत में लिया गया है. हालांकि पहले दिन का प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा. पुलिस ने प्रसिद्ध न्यूयॉर्क सिटी कैंपस के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है. पिछले सत्र में यह कैंपस अमेरिका में होने वाले युद्ध विरोधी प्रदर्शनों में सबसे बड़ा केंद्र बन गया था. इन प्रदर्शनों के चलते कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रेजिडेंट मिनूशे शाफ़िक को पिछले महीने इस्तीफ़ा देना पड़ा. मंगलवार को जब नया सत्र शुरू हुआ तो सबकी निगाहें प्रदर्शनकारियों पर थीं, जो प्रवेश द्वार पर इकट्ठे हुए थे. कोलंबिया यूनिवर्सिटी के पिछले सत्र में भारी उथल-पुथल देखने को मिली थी और न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट ने कैंपस में कैंपिंग कर रहे फ़लस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग किए और कैंपस ख़ाली कराया था. इसके बाद प्रदर्शनकारी थोड़े समय के लिए अकादमिक विभाग की इमारत पर कब्ज़ा कर लिया, जिसे पुलिस ने ख़ाली कराया. इसमें 100 से अधिक लोगों की गिरफ़्तारी हुई थी. यूनिवर्सिटी ने अपने मुख्य ग्रेजुएशन प्रोग्राम को रद्द कर दिया और गहरे ऊहापोह के बीच गर्मियों की छुट्टी हो गई थी. हालांकि प्रदर्शन शुरू होने के कई महीने बाद यूनिवर्सिटी प्रेजिडेंट शाफ़िक को इस्तीफ़ा देना पड़ा क्योंकि उन्होंने छात्रों के धरने को ख़ाली कराने के लिए पुलिसिया कार्रवाई की इजाज़त दी थी. पिछले साल सात अक्टूबर में इसराइल में घुस कर हमास ने हमला किया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों का अपहरण कर ग़ज़ा ले जाया गया था. इसके बाद इसराइली सेना ने ग़ज़ा पट्टी पर सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें अबतक, हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 40,000 लोग मारे जा चुके हैं.(bbc.com/hindi)

कोलंबिया यूनिवर्सिटी के नए सत्र के पहले दिन ही हुए प्रदर्शन, दो गिरफ़्तार
ग़ज़ा युद्ध के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शनों के लिए चर्चा में रहे कोलंबिया यूनिवर्सिटी के नए सत्र के पहले दिन ही प्रदर्शन हुए. पुलिस ने कहा है कि दो छात्रों को हिरासत में लिया गया है. हालांकि पहले दिन का प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा. पुलिस ने प्रसिद्ध न्यूयॉर्क सिटी कैंपस के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है. पिछले सत्र में यह कैंपस अमेरिका में होने वाले युद्ध विरोधी प्रदर्शनों में सबसे बड़ा केंद्र बन गया था. इन प्रदर्शनों के चलते कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रेजिडेंट मिनूशे शाफ़िक को पिछले महीने इस्तीफ़ा देना पड़ा. मंगलवार को जब नया सत्र शुरू हुआ तो सबकी निगाहें प्रदर्शनकारियों पर थीं, जो प्रवेश द्वार पर इकट्ठे हुए थे. कोलंबिया यूनिवर्सिटी के पिछले सत्र में भारी उथल-पुथल देखने को मिली थी और न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट ने कैंपस में कैंपिंग कर रहे फ़लस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग किए और कैंपस ख़ाली कराया था. इसके बाद प्रदर्शनकारी थोड़े समय के लिए अकादमिक विभाग की इमारत पर कब्ज़ा कर लिया, जिसे पुलिस ने ख़ाली कराया. इसमें 100 से अधिक लोगों की गिरफ़्तारी हुई थी. यूनिवर्सिटी ने अपने मुख्य ग्रेजुएशन प्रोग्राम को रद्द कर दिया और गहरे ऊहापोह के बीच गर्मियों की छुट्टी हो गई थी. हालांकि प्रदर्शन शुरू होने के कई महीने बाद यूनिवर्सिटी प्रेजिडेंट शाफ़िक को इस्तीफ़ा देना पड़ा क्योंकि उन्होंने छात्रों के धरने को ख़ाली कराने के लिए पुलिसिया कार्रवाई की इजाज़त दी थी. पिछले साल सात अक्टूबर में इसराइल में घुस कर हमास ने हमला किया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों का अपहरण कर ग़ज़ा ले जाया गया था. इसके बाद इसराइली सेना ने ग़ज़ा पट्टी पर सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें अबतक, हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 40,000 लोग मारे जा चुके हैं.(bbc.com/hindi)