बांग्लादेश में शेख़ हसीना सरकार के आठ मंत्रियों को देश छोड़ने से रोका गया

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख़ हसीना सरकार के आठ मंत्रियों और उनकी पार्टी अवामी लीग के छह सांसदों के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) के वकील हुसैन जहांगीर ने इसकी पुष्टि की है. प्रतिबंध के दायरे में आने वाले पूर्व मंत्रियों में ज़ाहिद मलिक, दीपू मोनी, मोहिबुल हसन चौधरी नौफे़ल, साधन चंद्र मजूमदार, नुरुल माजिद महमूद हुमायूं, कमाल अहमद मजूमदार, शाहजहां ख़ान और कमरुल इस्लाम शामिल हैं. जिन छह पूर्व सांसदों को देश छोड़ने से रोक दिया गया है वे हैं - सलीम उद्दीन, मामुनूर रशीद किरण, कुजेंद्र लाल त्रिपुरा, काज़िम उद्दीन, नूर आलम चौधरी और ज़ियाउर रहमान. इस बीच, अदालत ने शेख़ हसीना सरकार में वाणिज्य मंत्री रहे टीपू मुंशी की चार दिन की रिमांड मंजूर की है. ढाका के मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने गुरुवार को यह आदेश दिया. राजधानी के बड़दा थाने में सुमोन सिकदर नामक व्यक्ति की हत्या के मामले में मुंशी को रिमांड पर लिया गया है. उन्हें बुधवार रात रैपिड एक्शन बटालियन ने गिरफ्तार किया था. उस रात उन्हें गुलशन पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया था.(bbc.com/hindi)

बांग्लादेश में शेख़ हसीना सरकार के आठ मंत्रियों को देश छोड़ने से रोका गया
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख़ हसीना सरकार के आठ मंत्रियों और उनकी पार्टी अवामी लीग के छह सांसदों के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) के वकील हुसैन जहांगीर ने इसकी पुष्टि की है. प्रतिबंध के दायरे में आने वाले पूर्व मंत्रियों में ज़ाहिद मलिक, दीपू मोनी, मोहिबुल हसन चौधरी नौफे़ल, साधन चंद्र मजूमदार, नुरुल माजिद महमूद हुमायूं, कमाल अहमद मजूमदार, शाहजहां ख़ान और कमरुल इस्लाम शामिल हैं. जिन छह पूर्व सांसदों को देश छोड़ने से रोक दिया गया है वे हैं - सलीम उद्दीन, मामुनूर रशीद किरण, कुजेंद्र लाल त्रिपुरा, काज़िम उद्दीन, नूर आलम चौधरी और ज़ियाउर रहमान. इस बीच, अदालत ने शेख़ हसीना सरकार में वाणिज्य मंत्री रहे टीपू मुंशी की चार दिन की रिमांड मंजूर की है. ढाका के मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने गुरुवार को यह आदेश दिया. राजधानी के बड़दा थाने में सुमोन सिकदर नामक व्यक्ति की हत्या के मामले में मुंशी को रिमांड पर लिया गया है. उन्हें बुधवार रात रैपिड एक्शन बटालियन ने गिरफ्तार किया था. उस रात उन्हें गुलशन पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया था.(bbc.com/hindi)