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न्यूयार्क। अमरीकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स सेमीफाइनल में सेरेना विलियम्स को विक्टोरिया अजारेंका से हार का सामना करना पड़ा।
इस हार से 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का सेरेना विलियम्स का सपना धाराशायी हो गया। विक्टोरिया अजारंका ने सेरेना को 1-6, 6-3, 6-3 से हराया।
एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में नाओमी ओसाका ने जेनेफर रेड्डी को 7-6, 3-6, 6-3 से पराजित किया।
खिताबी मुकाबले में कल बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका और जापान की नाओमी ओसाका आमने-सामने होंगी। -
हॉल्थाउजर्न । त्वेसा मलिक ने अपना शानदार फार्म बरकरार रखते हुए वी पी बैंक स्विस लेडीज ओपन गोल्फ में पहले दिन एक अंडर 71 का स्कोर किया जबकि भारत की ही दीक्षा डागर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। डागर ने 15 ओवर 87 का स्कोर किया । त्वेसा संयुक्त 19वें स्थान पर है । दूसरी ओर दीक्षा ने बर्डी के साथ आगाज किया लेकिन फिर तीन डबल बोगी और एक चार बोगी किया । स्थानीय गोल्फर किम मेट्रॉ छह अंडर 66 का स्कोर करके एकल बढत बनाये हुए है ।
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कोलकाता। शुभमन गिल वैसे तो किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी के लिये तैयार हैं लेकिन उन्हें पारी की शुरूआत करना पसंद है। कोलकाता नाइट राइडर्स के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक गिल ने कहा, मौका मिलने पर मैं पारी की शुरूआत करना चाहूंगा। यह पूछने पर कि क्या मध्यक्रम में बल्लेबाजी कठिन होती है, उन्होंने कहा, मैं ऐसा नहीं सोचता । मेरा फोकस सिर्फ जीतने पर होता है, मैं जिस भी टीम के लिये खेलूं । फोकस सिर्फ रन बनाने पर रहता है। गिल ने कहा कि यूएई की पिचें भारतीय पिचों की तरह हैं और बल्ले की रफ्तार में कोई बदलाव नहीं आयेगा। उन्होंने कहा मुझे नहीं लगता कि बल्ले में कोई बदलाव करना होगा क्योंकि भारत में भी हम धीमी पिचों पर खेलते हैं । मुझे लगता है कि मैं हर तरह की पिच पर खेल सकता हूं । यूएई जाने से पहले गिल ने पंजाब टीम के लिये युवराज सिंह की सरपरस्ती में अभ्यास किया । युवराज पंजाब के लिये प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करना चाहते हैं । गिल ने कहा, इससे पंजाब के युवाओं को काफी फायदा मिलेगा । हमने युवी पाजी के साथ अभ्यास किया । कई चीजों पर बात की और यह अच्छा अनुभव रहा ।
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नई दिल्ली। खेलमंत्री किरेन रीजीजू ने बुधवार को कहा कि भारतीय निशानेबाज अपनी घरेलू रेंज से बाहर गए बिना अभ्यास कर सकेंगे और उन्हें उपकरण घर बैठे उपलब्ध कराये जायेंगे। ओलंपिक कोर ग्रुप में शामिल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निशानेबाजों ने जुलाई अगस्त में अभ्यास शुरू कर दिया जब भारतीय खेल प्राधिकरण ने कर्णी सिंह रेंज खोलने का फैसला किया। अन्यत्र स्थानों पर रहने वाले निशानेबाज घर में ही अभ्यास कर रहे हैं। बुधवार को रेंज का दौरा करने के बाद रीजीजू ने एक बयान में कहा कि एलीट, उदीयमान और खेलो इंडिया के निशानेबाजों को केएसएसआर और अन्य अकादमियों से अभ्यास के लिये जरूरी साजो सामान मिलेगा। उन्होंने कहा, यह जरूरी है कि 2024 और 2028 ओलंपिक के संभावित खिलाड़ियों को देश में होने पर भी अभ्यास जारी रखने का पूरा मौका मिले। हो सकता है कि कोरोना वायरस महामारी से बने हालात के कारण वे निशानेबाजी रेंज या अकादमी नहीं जा सकते हों।
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ग्रोव। विलियम्स फार्मूला वन टीम ने साइमन राबटर्स को मंगलवार को कार्यवाहक टीम प्रिंसिपल बनाया जो क्लेयर विलियम्स की जगह लेंगे । क्लेयर ने रविवार को मोंजा में इटालियन ग्रां प्री के बाद पद छोड़ा । इसके साथ ही विलियम्स परिवार का टीम से 40 साल पुराना जुड़ाव भी खत्म हो गया । उनके पिता फ्रेंक विलियम्स 1977 में टीम के सह संस्थापकों में से थे । पिछले महीने अमेरिकी फर्म डोरिल्टन कैपिटल ने टीम को खरीद लिया था ।
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चेन्नई। विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन के चैलेंजर का पता लगाने के लिये कैंडीडे्टस शतरंज टूर्नामेंट एक नवंबर से बहाल होगा । अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी । फिडे ने अपनी वेबसाइट पर कहा ,अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ को यह घोषणा करते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि कैंडीडेट्स टूर्नामेंट बहाल होगा जिससे मैग्नस कार्लसन के चैलेंजर का चयन किया जायेगा । इसमें कहा गया ,आठवां दौर एक नवंबर 2020 से खेला जायेगा । रूस के येकातेरिनबर्ग को ही मेजबान रखा जायेगा जबकि जॉर्जिया का तबिलिसी विकल्प होगा । डबल राउंड रॉबिन प्रारूप में खेला जाने वाला यह टूर्नामेंट सातवें दौर के बाद रोक दिया गया था । उस समय ग्रैंडमास्टर मैक्सिम वाचियेर लाग्रेव (फ्रांस) और इयान नेपोमनियाश्चि (रूस) शीर्ष पर थे ।
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न्यूयार्क। रोहन बोपन्ना और कनाडा के उनके जोड़ीदार डेनिस शापोवालोव के पुरुष युगल के क्वार्टर फाइनल में हारने के साथ ही यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी। बोपन्ना और शापोवालोव को नीदरलैंड के जीन जुलियन रोजर और रोमानिया के होरिया टेकाउ की जोड़ी से 5-7, 5-7 से हार का सामना करना पड़ा। यह मैच एक घंटे 26 मिनट तक चला। बोपन्ना और शापोवालोव ने प्रत्येक सेट में एक बार अपनी सर्विस गंवायी। उन्हें केवल दूसरे सेट में एक बार ब्रेक प्वाइंट का अवसर मिला था लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाये। यह बोपन्ना का 2018 में फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। दिविज शरण (युगल) और सुमित नागल (एकल) पहले ही हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गये थे।
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न्यूयार्क, 8 सितंबर (आईएएनएस)| भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और उनके कनाडा के जोड़ीदार डेनिस शापोवालोव साल के अंतिम ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट अमेरिका ओपन के पुरुष युगल वर्ग सेमीफाइनल में जाने से चूक गए हैं। इस जोड़ी को तीसरे दौर के मैच में ज्यां जूलियन रोजर और होरिया टेकाउ की जोड़ी ने मात दी। इस जोड़ी ने बोपन्ना और शापोवालोव की जोड़ी को सीधे सेटों में 7-5, 7-5 से हराया। यह मैच 90 मिनट तक चला।
विजयी जोड़ी अगले दौर में मैट पेविक और ब्रूनो सोरेस की जोड़ी का सामना करेगी। इसी हार के साथ भारत की इस टूर्नामेंट में चुनौती समाप्त हो गई है।
दिविज शरण और सुमित नागल के बाद बोपन्ना इस टूर्नामेंट में इकलौते भारतीय थे। नागल को टूर्नामेंट के पुरुष एकल वर्ग के दूसरे दौर में हार मिली थी तो वहीं शरण और उनके सर्बिया के निकोला कैकिक को पुरुष युगल के पहले ही दौर में हार का सामना करना पड़ा था।
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दुबई। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने लंबे इंतजार के बाद रविवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का कार्यक्रम जारी कर दिया और परंपरा के अनुसार मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियन्स 19 सितंबर को अबुधाबी में पहले मैच में पिछले साल के उप विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स से भिड़ेगा। भारत में कोविड-19 के मामलों के बढ़ने के कारण विश्व की सबसे बड़ी टी20 लीग का आयोजन इस साल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तीन स्थानों दुबई, अबुधाबी और शारजाह में किया जाएगा। टूर्नामेंट के उदघाटन मैच के बाद अगले दिन दुबई में दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब आमने सामने होंगे जबकि 21 सितंबर को सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के बीच मैच होगा। शारजाह में पहला मैच 22 सितंबर को राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच खेला जाएगा। बीसीसीआई की विज्ञप्ति के अनुसार कुल दस दिन दो-दो मैच खेले जाएंगे। इनमें पहला मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद तीन बजकर 30 मिनट से जबकि दूसरा मैच शाम सात बजकर 30 मिनट से शुरू होगा। दुबई कुल 24 मैचों की मेजबानी करेगा। अबुधाबी में 20 और शारजाह में 12 मैच खेले जाएंगे। आईपीएल 2020 के प्लेऑफ के स्थानों की घोषणा बाद में की जाएगी। फाइनल 10 नवंबर को होगा।
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न्यूयार्क। अपने 24वें ग्रैंडस्लैम खिताब की कवायद में लगी सेरेना विलियम्स ने सीधे सेटों में जीत दर्ज करके यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के तीसरे दौर में जगह बनायी लेकिन अनुभवी एंडी मर्रे और ग्रिगोर दिमित्रोव पुरुष एकल से बाहर हो गये।
अपने 23 ग्रैंडस्लैम में से छह टूर्नामेंट फ्लाशिंग मीडोज में जीतने वाली सेरेना ने गुरुवार की रात को आर्थर ऐस स्टेडियम विश्व में 117वें नंबर की रूसी खिलाड़ी मारग्रिटा गैस्पारयान को 6-2, 6-4 से हराया।
सेरेना का अगला मुकाबला 2017 की यूएस ओपन चैंपियन और यहां 26वीं वरीय सलोनी स्टीफन्स से होगा जिन्होंने ओल्गा गोर्वात्सोवा को 6-2, 6-2 से पराजित किया। सेरेना का स्टीफन्स के खिलाफ रिकार्ड 5-1 है लेकिन इन दोनों के बीच आखिरी मुकाबला 2015 में फ्रेंच ओपन में हुआ था। स्टीफन्स ने आखिरी बार 2013 आस्ट्रेलियाई ओपन में सेरेना को हराया था।
पुरुष वर्ग में तीसरी वरीयता प्राप्त डोमिनिक थीम ने भारत के सुमित नागल के खिलाफ 6-3, 6-3, 6-2 से जीत दर्ज की जबकि तीसरे वरीय और पिछले साल के उपविजेता दानिल मेदवेदेव ने 116वीं रैंकिंग के आस्ट्रेलियाई क्रिस्टाफेर ओकोनेल को 6-3, 6-2, 6-4 से पराजित किया।
जिन अन्य खिलाडिय़ों ने तीसरे दौर में जगह बनायी उनमें छठे वरीय मैटियो बेरेटिनी, आठवें वरीय राबर्ट बातिस्ता आगुट, दसवें वरीय आंद्रेई रूबलेव, 11वें वरीय कारेन काचनोव, 2014 के चैंपियन मारिन सिलिच शामिल हैं लेकिन एंडी मर्रे, 14वें वरीय ग्रिगोर दिमित्रोव और 25वें वरीय मिलोस राओनिच को हार का सामना करना पड़ा। महिला वर्ग में भी उलटफेर देखने को मिले। नौवीं वरीयता प्राप्त योहाना कोंटा को सोरेना क्रिस्टीया ने 2-6, 7-6 (5), 6-4 से जबकि दसवें नंबर की गर्बाइन मुगुरुजा को स्वेताना पिरोनकोवा ने 7-5, 6-3 से हराया। बेटे के जन्म के बाद पिरोनकोवा का पिछले तीन साल में यह पहला टूर्नामेंट है।
बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका ने हमवतन और पांचवीं वरीयता प्राप्त आर्यना सबालेंका 6-1, 6-3 से हराया। महिला वर्ग में ही आस्ट्रेलियाई ओपन विजेता और दूसरी वरीयता प्राप्त सोफिया केनिन, सातवीं वरीय मेडिसन कीज, 15वीं वरीय मारिया सकारी, 18वीं वरीय डोना वेकिच और 22वीं वरीय अमांडा अनिसिमोवा भी अगले दौर में पहुंच गयी हैं।
मर्रे को 15वीं वरीयता प्राप्त फेलिक्स आगुर अलीसामी ने सीधे सेटों में 6-2, 6-3, 6-4 से हराया। इस तरह से कनाडा के तीन खिलाड़ी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के तीसरे दौर में पहुंचे हैं। डेनिस शापोवालोव ओर वासेक पोसपिसिल अन्य दो खिलाड़ी हैं। पोसपिसिल ने हमवतन राओनिच को 6-7 (1), 6-3, 7-6 (4), 6-3 से हराया। दिमित्रोव को हंगरी के मार्टन फुस्कोविक्स ने 6-7 (5), 7-6 (4), 3-6, 6-4, 6-1 से शिकस्त दी। -
साउथम्पटन। अस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज केन रिचर्डसन ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से हटना मुश्किल था , लेकिन निश्चित तौर पर यह सही फैसला है क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण यात्रा प्रतिबंधों को देखते हुए वह अपने पहले बच्चे के जन्म के समय अपनी पत्नी से दूर नहीं रह सकते।
इस 29 वर्षीय गेंदबाज को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) ने पिछले साल दिसंबर में हुई नीलामी में चार करोड़ रुपये में खरीदा था। उन्होंने अपने पहले बच्चे के जन्म के समय पत्नी के साथ रहने को प्राथमिकता दी और आईपीएल से हट गये। आरसीबी ने 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होने वाले आईपीएल के लिए उनके स्थान पर आस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर एडम जंपा को अपनी टीम में रखा है।
रिचर्डसन ने कहा, आईपीएल जैसी प्रतियोगिता से हटना बेहद मुश्किल होता है। यह विश्व में सर्वश्रेष्ठ घरेलू प्रतियोगिता है इसलिए यह आसान फैसला नहीं था लेकिन जब मैंने इस पर गहन विचार विमर्श किया तो मुझे यह वास्तव में सही निर्णय लगा। उन्होंने कहा, दुनिया अभी जिस दौर से गुजर रही है वैसे में सही समय पर घर पहुंचने की गारंटी नहीं दी जा सकती है। ऐसे में मैं अपने बच्चे के जन्म के समय बाहर नहीं रहना चाहता हूं।
रिचर्डसन अभी सीमित ओवरों की शृंखला के लिये इंग्लैंड में हैं। वह दौरा समाप्त होने पर दो सप्ताह पृथकवास पर रहने के बाद एडिलेड में अपने परिवार से जुड़ेंगे। उन्होंने कहा आईपीएल में नहीं खेल पाना निराशाजनक है लेकिन उम्मीद है कि इसके लिये आगे भी मौके मिलेंगे। -
एजल। स्विट्जरलैंड के एजल-मार्टिग्नी ने इस महीने होने वाली रोड साइक्लिंग विश्व चैम्पियनशिप की मेजबानी से इनकार कर दिया जिससे अब इसे इटली के इमोला में कराने का फैसला किया गया। स्विस सरकार ने कोरोना वायरस के कारण लोगों के एकत्रित होने को सीमित कर दिया है जिससे उसने मेजबानी से हटने का फैसला किया।
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार 24 से 27 सितंबर तक होने वाली चैम्पियनशिप में अब केवल एलीट पुरूष और महिला वर्ग की स्पर्धाएं ही आयोजित होंगी और जूनियर व अंडर-23 रेस का आयोजन नहीं किया जायेगा। अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग संघ ने एक बयान में यह जानकारी दी। -
लंदन। इंग्लैंड और बारबेरियन्स के बीच अगले महीने होने वाले रग्बी मैच के लिए स्टेडियम में 20 हजार तक दर्शकों को आने की स्वीकृति होगी। रग्बी फुटबॉल यूनियन (आरएफयू) ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस मैच का आयोजन 25 अक्टूबर को किया जाना है। इससे एक हफ्ते पहले इंग्लैंड की टीम रोम में इटली के खिलाफ छह देशों के टूर्नामेंट का फाइनल खेलेगी जिसे कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित किया गया था। आरएफयू ने कहा कि बारबेरियन्स के खिलाफ इंग्लैंड के मुकाबले से पहले एक परीक्षण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। बारबेरियन्स एक आमंत्रण टीम है जिसमें विभिन्न क्लबों और देशों के खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है। यह मुकाबले अगले महीने ट्विकेनहैम में खेला जाएगा जहां स्टेडियम की क्षमता 80 हजार दर्शकों की है।
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शारजाह। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सत्र के आयोजन स्थलों में शामिल शारजाह क्रिकेट स्टेडियम इस लुभावने टी20 टूर्नामेंट की सफल मेजबानी के लिए काफी तैयारी कर रहा है।
जारी मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार स्टैंड के ऊपर नई कृत्रिम छत बनाई गई है और रॉयल सूइट और वीआईपी हॉस्पिटैलिटी बॉक्स को अपग्रेड किया गया है। विज्ञप्ति के अनुसार कमेंटेटर बॉक्स में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल के कड़े नियमों का पालन किया जाएगा और कोविड-19 से जुड़े नियमों के तहत खिलाडिय़ों के पैवेलियन और अभ्यास सुविधाओं को कीटाणुमुक्त रखने के लिए विशेष सावधानी बरती जाएगी। मौजूदा नवीनीकरण पर शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में उपाध्यक्ष वलीद बुखातिर ने कहा, खिलाडिय़ों से लेकर सहयोगी स्टाफ और फ्रेंचाइजी मालिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम प्रत्येक संभव एहतियात बरत रहे हैं और हमारा मुख्य लक्ष्य यह है कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित माहौल बना रहे। बयान के अनुसार स्टेडियम में क्रिकेट संग्रहालय बनाने की योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इस साल आईपीएल 19 सितंबर से शुरू होगा और इसका आयोजन शारजाह के अलावा दुबई और अबु धाबी में किया जाएगा। -
तोक्यो । ओलंपिक मशाल को एक महीने पहले तोक्यो के नेशनल स्टेडियम में प्रज्ज्वलित किया जाना था लेकिन अब उसे इससे कुछ कदम दूरी पर स्थित एक संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाएगा। ओलंपिक मशाल मार्च में यूनान से जापान पहुंची थी लेकिन इसे आम लोगों के लिये प्रदर्शित नहीं किया गया था क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण ओलंपिक को अगले साल तक स्थगित कर दिया गया था। तोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति के अध्यक्ष योशिरो मोरी और जापान ओलंपिक समिति के अध्यक्ष यासुहिरो यामाशिता ने सोमवार को एक समारोह में इस मशाल का अनावरण किया। मशाल अब मंगलवार से कम से कम अगले दो महीनों तक जापान ओलंपिक संग्रहालय में प्रदर्शित की जाएगी। दर्शक कुछ नियमों का पालन करके ही इस संग्रहालय में जा सकते हैं जो नये स्टेडियम के पास में स्थित है।
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- रामचंद्र गुहा
जब अप्रैल में कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़नी शुरू की थी तो आशंका जताई जा रही थी कि इंग्लैंड में दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ये पहली गर्मियां होंगी जब क्रिकेट मैदान से गायब रहेगा. सौभाग्य से ऐसा हुआ नहीं. हालात इतने तो सुधर ही गए कि वहां छह टेस्ट मैच आयोजित हो सके. इनमें से तीन मैच इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के साथ खेले और बाकी पाकिस्तान के साथ. ये मैच खाली स्टेडियमों में हुए लेकिन, इनका दुनिया भर में सीधा प्रसारण हुआ. करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के साथ मैंने भी इनका खूब आनंद लिया. डर और यातना के इस माहौल में यह एक तरह से अपने पसंदीदा खेल की शरण लेने और इससे सांत्वना हासिल करने जैसा था. इंग्लैंड ने दोनों टेस्ट सीरीज आराम से जीत लीं. हालांकि इन मैचों में रोमांच के कई पल भी रहे.
इसके साथ ही गर्मियां क्रिकेट के लिहाज से अच्छे पलों के साथ खत्म हुईं. महान जेम्स एंडरसन ने इसी दौरान अपना छह सौवां टेस्ट विकेट लिया. इसके साथ ही वे यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले तेज गेंदबाज बन गए. इससे पहले इस मुकाम तक सिर्फ स्पिनर ही पहुंच सके थे.
इंग्लैंड में होने वाले टेस्ट क्रिकेट के मेरी नजर में कई फायदे हैं. जैसे आप बिना किसी अपराध भावना के इसका आनंद ले सकते हैं. मैं सुबह जल्दी उठने वालों में से हूं. इसलिए दोपहर साढ़े तीन बजे जब मैच शुरू होता है तो उससे पहले मुझे पढ़ने और लिखने के लिए कई घंटे मिल जाते हैं. 40 मिनट के लंच ब्रेक को भी काम के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है और ऐसा ही उन दूसरे ब्रेक्स के मामले में कहा जा सकता है जो बारिश की वजह से होते हैं और मैच में खलल डालते हैं. भारत में टेस्ट क्रिकेट मेरे काम के समय से टकराता है जबकि ऑस्ट्रेलिया में हो रहा मैच मेरी नींद और काम, दोनों से. इसके उलट इंग्लैंड में होने वाले टेस्ट मैचों के दौरान मैं अपनी पेशेगत जिम्मेदारियों को भी पूरा कर सकता हूं और किसी दिक्कत के बगैर आराम से अपने जुनून का आनंद भी ले सकता हूं.
अब तो मैं इंग्लैंड में होने वाले टेस्ट मैच टीवी पर देखता हूं. लेकिन जब मैं युवावस्था में था उस वक्त रेडियो ही मैच का हाल सुनने का एकमात्र विकल्प था. इस तरह मैं भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों की उस घटती जा रही प्रजाति से ताल्लुक रखता हूं जिन्होंने इस खेल की बारीकियां रेडियो से सीखीं. सबसे पहली जिस टेस्ट सीरीज की मुझे याद है वह 1966 की गर्मियों की है. तब मैं आठ साल का था. उस सीरीज में वेस्ट इंडीज ने इंग्लैंड को आराम से 3-1 से हरा दिया था. इसमें उस खिलाड़ी की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण की बड़ी भूमिका थी जिसे सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर कहा जाता है. ये थे वेस्टइंडीज के कप्तान गारफील्ड सोबर्स. तब से मैंने हर साल गर्मियों के दौरान इंग्लैंड में होने वाली कोई भी सीरीज नहीं छोड़ी है. 1986 का साल इसका अपवाद है. तब मैं अमेरिका में था और मेरे पास न तो रेडियो की सुविधा थी और न टीवी की. इस तरह मैं तीन मैचों की उस सीरीज का लुत्फ नहीं ले सका जिसमें कपिल देव के शानदार खेल ने भारत की 2-0 से हुई शानदार जीत में अहम भूमिका निभाई थी.
इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट देखना हमेशा आनंददायक होता है, खास कर तब और भी ज्यादा जब भारत नहीं खेल रहा हो. तब आप पूरी तरह से निष्पक्ष होकर खेल को पूरी तरह से उसके सौंदर्य के लिए देख सकते हैं. आनंद इस बात से भी बढ़ जाता है कि इस दौरान भारतीय कमेंटेटर वहां नहीं होते. हो सकता है हिंदी, तमिल या मराठी कमेंटेटरों से मैच का हाल सुनना रोमांचकारी हो, लेकिन अंग्रेजी में कमेंटरी करने वाले भारतीयों में वह बारीकी नहीं दिखती जो किसी अंदाज-ए-बयां को खास बनाती है. एक तो वे बहुत ज्यादा बात करते हैं और उनसे ज्यादातर वही सुनने को मिलता है जो मैदान पर हो रहा होता है. इस दौरान वे बिना किसी संकोच के यह जता रहे होते हैं कि इस टेस्ट मैच से उन्हें बस एक ही चीज चाहिए और वह है उनकी टीम की जीत.
टीवी पर मेरे पसंदीदा तीन कमेंटेटरों का ताल्लुक तीन अलग-अलग देशों से जुड़ता है. वे हैं इंग्लैंड के माइक एथर्टन, वेस्टइंडीज के माइकल होल्डिंग और ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न. इंग्लैंड में इस सीजन के दौरान ये तीनों बॉक्स में मौजूद थे. एथर्टन और होल्डिंग शुरुआत से ही थे जबकि वॉर्न बीच में आए. एथर्टन एक शानदार टेस्ट क्रिकेटर थे, होल्डिंग उनसे भी बेहतर थे और वॉर्न इन दोनों से श्रेष्ठ. लेकिन एथर्टन कभी अपने दिनों की बात नहीं करते. होल्डिंग ऐसा करते हैं लेकिन, यह दुर्लभ ही होता है. उधर, वॉर्न की बात करें तो वे एक खुले मिजाज वाले शख्स हैं और गेंद के साथ उनकी उपलब्धियां भी विशाल हैं. इसका मतलब है कि वे कभी-कभी खुद का संदर्भ दे देते हैं लेकिन, इसमें कभी भी शेखी बघारने का पुट नहीं होता.
इन दिग्गजों की तिकड़ी खूब जमती है. तीनों अलग-अलग देशों के हैं और मैदान पर उनकी उपलब्धियां भी अलग-अलग तरह की हैं. इसलिए एथर्टन बल्लेबाजी के मामले में सबसे ज्यादा विद्धता के साथ बात कर सकते हैं तो होल्डिंग तेज गेंदबाजी और शेन वॉर्न स्पिन गेंदबाजी के बारे में. होल्डिंग ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 1975 में की थी तो शेन वॉर्न आईपीएल में 2011 तक खेलते रहे थे. इस तरह देखा जाए तो इन तीनों के पास मिलाकर करीब चार दशक खेलने का अनुभव है. होल्डिंग और वॉर्न उन टीमों में रहे जिनका अपने समय पर खेल की दुनिया में वर्चस्व था. इसलिए वे शीर्ष पर अपने वक्त के बारे में गर्व के साथ बात कर सकते हैं जो उचित ही होगा. एथर्टन के समय इंग्लैंड की टीम का कभी भी खेल की दुनिया पर वर्चस्व नहीं रहा सो सामूहिक उपलब्धि की यह कमी खुद को कम करके दिखाने के उनके मिजाज के अनुकूल बैठती है.
इन तीनों के व्यक्तित्व भी काफी अलग हैं. शेन वॉर्न ऊर्जा से भरे और खुशमिजाज शख्स हैं तो बाकी दोनों इसके विपरीत. होल्डिंग में एक शांत किस्म की तीव्रता है तो एथर्टन संक्षिप्त और सटीक तरीके से अपनी बात रखते हैं. वैसे अपने व्यक्तित्व की तमाम असमानताओं के बावजूद इन तीनों कमेंटेटरों में दो साझा विशेषताएं भी हैं : पहली, खेल के इतिहास और इसकी तकनीक की व्यापक समझ और दूसरी, निष्पक्ष होकर चीजों को देख पाने की क्षमता (और इच्छा भी).
जब मैंने अपने पसंदीदा इन कमेंटेटरों की सूची अपने दोस्त और क्रिकेट में मेरी ही तरह दिलचस्पी रखने वाले राजदीप सरदेसाई से साझा की तो उनका कहना था कि वे इसमें एक नाम नासिर हुसैन का भी जोड़ना चाहेंगे. सीधी और खरी बात करने वाले हुसैन मुझे भी पसंद हैं. इसके अलावा एथर्टन की तरह उनमें नस्लीय, राष्ट्रीय, धार्मिक या किसी अन्य तरह की जरा सी भी संकीर्णता नहीं है.
इंग्लैंड के कमेंटेटर हमेशा ऐसे नहीं थे. ब्रायन जॉन्स्टन का ही उदाहरण लें. मैं जिन दिनों बड़ा हो रहा था उन दिनों वे बीबीसी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम टेस्ट मैच स्पेशल में आया करते थे. ब्रायन ब्रिटिश श्रोताओं के बीच सबसे मशहूर रेडियो कमेंटेटर थे. जॉनर्स उनका लोकप्रिय नाम था. 1976 में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड का दौरा किया था और इस दौरान उनकी कमेंटरी की मुझे आज भी खूब याद है. वेन डैनियल्स या एंडी रॉबर्ट्स की किसी शॉर्ट बॉल को वे हिकारत के साथ ‘नैस्टी वन, अ रियली नैस्टी वन’ यानी बुरी, वास्तव में बहुत बुरी कहते, जबकि बॉब विलिस या क्रिस ओल्ड की इसी तरह की बॉल की बात करते हुए उनकी आवाज में एक सराहना वाला भाव आ जाता. इसे वे ‘अ स्प्लेंडिड बाउंसर’ यानी एक शानदार बाउंसर कहते. जॉनर्स श्रोताओं को यह संदेश देने की कोशिश करते थे कि वेस्टइंडीज के शातिर खिलाड़ी बल्लेबाज को घायल करने के लिए बाउंसर फेंकते हैं जबकि खेल भावना से खेलने वाले इंग्लैंड के गेंदबाज तो महज बल्लेबाज को आउट करने के लिए ऐसा करते हैं.
उससे पिछले साल पाकिस्तान की टीम पहले विश्व कप में हिस्सा लेने इंग्लैंड गई थी जिसमें जावेद मियांदाद भी थे. ब्रायन जॉन्स्टन उनके नाम का मज़ाक उड़ाते हुए उन्हें सिर्फ ‘मम एंड आई’ कहते. उन्हें और उनके घरेलू श्रोताओं को यह खूब मजाकिया लगता, लेकिन टीनएज के अपने उन सालों में भी मुझे यह कचोटता क्योंकि इससे नस्लीय श्रेष्ठता की बू आती थी. उस विश्व कप में भारत के कप्तान एस वेंकटराघवन थे जिन्हें ब्रायन जॉन्स्टन ‘रेंट-अ-कैरवैन’ कहते और हंसते. और मुझे पूरा यकीन है कि उनके ब्रिटिश श्रोता उनकी इस बेतुकी तुकबंदी पर और भी ज्यादा जोर से हंसते रहे होंगे.
1970 के दशक में टेस्ट मैच स्पेशल में आने वाले दूसरे कमेंटेंटर ब्रायन जॉन्स्टन जितने अंधराष्ट्रवादी तो नहीं थे, लेकिन फिर भी उनमें इंग्लैंड से ताल्लुक रखने को लेकर एक श्रेष्ठताबोध तो था ही. इनमें एकमात्र अपवाद जॉन एर्लॉट थे. वे एक सुसंस्कृत और विश्वबंधुत्व की भावना में यकीन रखने वाले शख्स थे जो जिंदगी भर मैदान और उससे बाहर भी नस्लवाद के विरोधी रहे.
माइक एथर्टन और नासिर हुसैन, दोनों मुझसे करीब एक दशक छोटे हैं. मुझे पता नहीं कि अपनी नौजवानी के दिनों में उन्होंने ब्रायन जॉन्स्टन को सुना या नहीं या फिर वे उनके बारे में क्या सोचते हैं. अच्छी बात यह है कि अपने व्यक्तित्व और जिंदगी के तजुर्बों का मेल उन्हें जॉन्स्टन के बजाय एर्लॉट की विरासत की तरफ ले गया है. माइक एथर्टन की पत्नी वेस्टइंडीज की हैं और नासिर हुसैन के पिता मद्रास से ताल्लुक रखते थे. मेरा मानना है कि इन दोनों बातों ने निश्चित रूप से उनकी सोच को ढाला है. इस दौरान ब्रिटिश समाज भी पहले की अपेक्षा सांस्कृतिक विविधता को लेकर कहीं ज्यादा सहिष्णु हुआ है.
मैंने बीते कुछ हफ्तों के दौरान क्रिकेट का खूब लुत्फ लिया जिसकी मैंने कोरोना महामारी के चलते अपेक्षा नहीं की थी. इन गर्मियों की कमेंटरी की एक खास बात खेल के बजाय नैतिकता और राजनीति से जुड़ी है. अमेरिका के ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन की दुनिया भर में गूंज के बीच एक गोरे एंकर ने माइक होल्डिंग से नस्लीय भेदभाव को लेकर उनके अनुभव पूछे जो उन्होंने बहुत ही सजीवता के साथ याद किए. उनकी इन भावुक कर देने वाली स्मृतियों के वीडियो क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा रहेंगे. उनकी अनुगूंज जिम्मी एंडरसन के छह सौवें टेस्ट विकेट से ज्यादा समय तक रहेगी.
चलते-चलते : एक टेस्ट मैच में बारिश के चलते हुए व्यवधान के दौरान यूट्यूब खंगालते हुए मुझे अचानक माइक एथर्टन और शेन वॉर्न के बीच बातचीत का एक शानदार वीडियो मिला. एक घंटे की इस बातचीत में एथर्टन बड़े आराम से अपनी पिच पर जमे दिखते हैं जो तब दुर्लभ होता था जब उनके हाथ में बल्ला होता था और वॉर्न के हाथ में गेंद. इस वीडियो को आप इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं.(satyagrah)
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 29 अगस्त, 2020 को वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रीय खेल एवं साहसिक पुरस्कार, 2020 प्रदान करेंगे। विज्ञान भवन, नई दिल्ली में होने वाले इस समारोह में केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री किरेन रिजीजू, इंडियिन ओलम्पिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र ध्रुव बत्रा और कई अन्य गणमान्य नागरिक भाग लेंगे। समारोह में 65 पुरस्कार विजेताओं के भाग लेने का अनुमान है।
समारोह में देश के विभिन्न स्थानों- बंगलुरू, पुणे, सोनीपत, चंडीगढ़, कोलकाता, लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, भोपाल, हैदराबाद और इटानगर से पुरस्कार विजेता भाग लेंगे। समारोह का शुभारम्भ 29 अगस्त, 2020 को पूर्वाह्न 11 बजे होगा।
खेलों में उत्कृष्टता को मान्यता और पुरस्कार देने के लिए हर साल खेल पुरस्कार दिए जाते हैं। पिछले चार साल में खेलों के क्षेत्र में शानदार और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया जाता है; चार साल लगातार उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार दिया जाता है; प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में पदक विजेताओं को तैयार करने के लिए कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया जाता है; खेलों के विकास में जीवन भर योगदान के लिए ध्यान चंद पुरस्कार और खेल के प्रोत्साहन एवं विकास के क्षेत्र में प्रत्यक्ष भूमिका निभाने वाले लोगों तथा कॉरपोरेट इकाइयों (निजी एवं सरकारी दोनों) को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार दिया जाता है। अंतर- विश्वविद्यालयी प्रतिस्पर्धाओं में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (एमएकेए) दी जाती है। इस खेल पुरस्कारों के अलावा देश के साहस की भावना रखने वाले लोगों को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है। अपनी तरह के पहले प्रयास के क्रम में, राष्ट्रीय खेल एवं साहसिक पुरस्कार, 2020 को पहली बार 29 अगस्त को वर्चुअल रूप में आयोजित किया जा रहा है।
खेल जगत से जुड़ी शख्सियतें इस बात से खुश हैं कि महामारी के बीच पुरस्कार समारोह को इस वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। अर्जुन पुरस्कार विजेताओं में से एक पैरा एथलीट संदीप चौधरी ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि कोविड के बावजूद राष्ट्रीय खेल दिवस के दौरान पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय खेल प्राधिकरण ने तमाम मुश्किलों के बावजूद वर्चुअल रूप में समारोह कराने का एक सकारात्मक फैसला लिया है।
अर्जुन पुरस्कार हासिल करने के दो साल बाद टेबिल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा राष्ट्रपति से प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार ग्रहण करेंगी। उन्होंने कहा, हमें इस तथ्य को स्वीकार करना है कि महामारी ने हमारे जीवन में एक ठहराव ला दिया है, लेकिन इस समारोह के लिए बिल्कुल भी कम उत्साहित नहीं हूं।
राष्ट्रीय वुशु टीम के कोच और द्रोणाचार्य पुरस्कार के विजेता कुलदीप हांडू ने इतनी समझदारी से समारोह कराने के लिए आयोजकों की प्रशंसा की। जेएंडके के कोच ने कहा, मैं किरेन रिजीजू सर को सलाम करता हूं कि इस वक्त में भी व्यवस्थित तरीके से समारोह आयोजित किया जा रहा है। जब मैं ड्रेस रिहर्सल में था तो यह काफी आसान लग रहा था, लेकिन निश्चित रूप से इस तकनीक सूक्ष्मता के साथ कोई आयोजन करना आसान नहीं होता है। देश के विभिन्न राज्यों से पुरस्कार विजेताओं को राष्ट्रपति से ऑनलाइन जोडऩा निश्चित रूप से एक मुश्किल कार्य थ। इसके पीछे काम करने वाले दल को मेरा सलाम है!
असम की महिला मुक्केबाज और भारतीय मुक्केबाजी की भावी सुपरस्टार लवलीना बोरगोहेन हालात सामान्य होने के बाद राष्ट्रपति के साथ एक फोटो खिंचाने के लिए खासी उत्साहित नजर आ रही हैं। लवलीना ने कहा, मैं ओलम्पिक में पदक जीतने की तैयारी कर रही हूं और इससे निश्चित रूप से राष्ट्रपति के साथ फोटो खिंचाने का मेरा लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
हर साल 29 अगस्त को भारत राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन करता है। महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यान चंद के सम्मान में इस दिन का आयोजन किया जाता है। वाईएएस मंत्री किरेन रिजीजू पुरस्कार समारोह से पहले कल सुबह नई दिल्ली में ध्यान चंद स्टेडियम में मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। -
न्यूपोर्ट। फ्रांस के गोल्फर रोमैन लैंगास्के ने चौथे दौर में बोगी रहित छह अंडर के कार्ड के साथ रविवार को वेल्स ओपन का खिताब अपने नाम किया। यूरोपीय टूर पर यह उनका पहला खिताब है। विश्व रैंकिंग में 156वें स्थान पर काबिज लैंगास्के चौथे दौरे के शुरू होने से पहले शीर्ष पर काबिज खिलाड़ी से पांच शॉट पीछे थे लेकिन उन्होंने छह बर्डी लगाकर खिताब अपने नाम कर लिया। उनका कुल स्कोर आठ अंडर का रहा जो दूसरे स्थान पर काबिज फिनलैंड के समी वालिमकि से दो शॉट कम था। वालिमकि ने चौथे दौर में दो अंडर 69 का स्कोर किया।
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नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)| दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तारीफ करते हुए कहा है कि कई सारे लोग हैं, जो इस सबसे धनी क्रिकेट लीग से अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं। आईपीएल के 13वें संस्करण का आयोजन 19 सितंबर से यूएई में होगा।
गावस्कर ने इंडिया टुडे के एक शो में कहा, " ऐसे लोग आईपीएल में सिर्फ पैसे ही देखते हैं। वे ये नहीं देखते हैं कि आईपीएल क्या करता है। मेरे हिसाब से इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि वे आईपीएल से जलते हैं। जिन लोगों को आईपीएल से कोई फायदा नहीं मिलता वे ही इसकी आलोचना करते हैं।"
उन्होंने कहा, " कई सारे लोग हैं जिनकी आजीविका आईपीएल से ही चलती है। कोई मैच के दौरान लोगों के चेहरे पर पेंट लगाकर अपनी रोजी-रोटी कमाता है। स्टेडियम के बाहर जो टी-शर्ट बिकते हैं कोई वो बनाता है, या फिर कई वेंडर होते हैं जो मैदान के बाहर खाना बेचते हैं। तो आईपीएल से कई सारे लोग पैसे कमाते हैं।"
गावस्कर ने साथ ही कहा कि आईपीएल लोगों के लिए एक सॉफ्ट टार्गेट बन गया है।
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, " कोई अगर इंटरनेट पर मशहूर होना चाहता है तो फिर वो आईपीएल की आलोचना करने लगता है। आईपीएल एक सॉफ्ट टार्गेट बन गया है। आईपीएल का विरोध करने वाले लोग कहते हैं कि हमें भारतीय क्रिकेट की फिक्र है। तो क्या आप ही सिर्फ हैं जो भारतीय क्रिकेट के बारे में सोचते हैं और उसका भला चाहते हैं, बिल्कुल भी नहीं।
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नई दिल्ली। ई-वाहन स्टार्टअप कंपनी ईबाइकगो ने भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी। बयान के मुताबिक सिंह को ब्रांड एंबेसडर बनाने के साथ कंपनी का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाना है। साथ उन्हें ई-वाहन अपनाने के लिए प्रेरित करना भी है। कंपनी अभी मुंबई, बेंगलुरू, दिल्ली, अमृतसर, जयपुर और हैदराबादमें अपना परिचालन करती है। बयान में कहा है कि सिंह के जुडऩे से उसे पुणे और चेन्नई जैसे नए बाजारों में बढ़त बनाने में मदद मिलेगी। ईबाइकगो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी टी. इरफान खान ने कहा कि हम अपने कारोबारों के साथ कारोबार (बी2बी) और ग्राहकों के साथ कारोबार (बी2सी) श्रेणियों के लिए कई कारोबारी मॉडल को लगातार परिपक्व बना रहे हैं। ऐसे में सिंह के जुडऩा ई-वाहनों को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा करेगा। ईबाइकगो व्यक्तियों को किराये पर इलेक्ट्रिक बाइक उपलब्ध कराती है।
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दुबई। भारतीय कप्तान विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा रविवार को जारी नवीनतम रैंकिंग में टेस्ट बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर काबिज हैं जबकि इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच शनिवार को खत्म हुए पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले क्रिस वोक्स और शान मसूद ने लंबी छलांग लगाई है। बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ, दूसरे स्थान पर कोहली और तीसरे स्थान पर न्यूजीलैंड के केन विलियमसन पहले की तरह बने हुए हैं। शीर्ष 10 बल्लेबाजों में चेतेश्वर पुजारा (आठवें) और अजिंक्य रहाणे (10वें) पहले की तरह अपनी रैंकिग पर बरकरार हैं। पाकिस्तान के बाबर आजम छठे जबकि इंग्लैंड के कप्तान जो रूट नौवें स्थान पर कायम हैं। पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट में शून्य और नौ रन की पारी खेलने वाले बेन स्टोक्स चौथे से खिसक कर सातवें पायदान पर पहुंच गये। टेस्ट मैच की पहली पारी में 156 रन बनाने वाले बायें हाथ के बल्लेबाज मसूद 14 स्थान के सुधार के साथ करियर के सर्वश्रेष्ठ 19वीं रैंकिंग पर पहुंच गये। मैच की दूसरी पारी में नाबाद 84 रन बनाने के साथ छठे विकेट के लिए जोस बटलर के साथ 139 रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को जीत दिलाने वाले हरफनमौला क्रिस वोक्स बल्लेबाजों की सूची में 18 स्थान के सुधार के साथ 78वीं रैंकिंग पर आ गये। वह हरफनमौला खिलाड़ियों की सूची में सातवें पायदान पर पहुंच गये। बटलर 38 और 75 रन की पारी खेल रैंकिंग में 44वें से 30वें स्थान पर आ गये। पहली पारी में 62 रन बनाने वाले ओली पोप करियर के सर्वश्रेष्ठ 36वें पायदान पर पहुंच गये। गेंदबाजों की रैंकिंग में पाकिस्तान के लेग स्पिनर यासिर शाह और शादाब खान अपनी स्थिति सुधारने में सफल रहे। मैच में आठ विकेट लेने वाले यासिर शाह दो स्थान ऊपर चढ़कर 22वें जबकि शादाब करियर के सर्वश्रेष्ठ 69वें स्थान पर पहुंच गये। इंग्लैंड के गेंदबाजों में स्टुअर्ट ब्रॉड तीसरे स्थान पर कायम है। मैच में छह विकेट लेने से हालांकि उनके और दूसरे स्थान पर काबिज न्यूजीलैंड के नील वैगनर के बीच सिर्फ सात अंक का फासला रह गया है। जोफ्रा आर्चर भी दो स्थान के सुधार के साथ 37वें पायदान पर पहुंच गये। इस रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस शीर्ष पर बने हुए है जबकि भारत के जसप्रीत बुमराह आठवें स्थान पर है। हरफनमौला खिलाड़ियों की सूची में शीर्ष पांच स्थानों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। स्टोक्स शीर्ष पर है। भारत के रविन्द्र जडेजा तीसरे और आर अश्विन पांचवें स्थान पर हैं। आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की तालिका में इंग्लैंड ने तीसरे स्थान पर अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। इंग्लैंड के नाम 266 अंक हो गये हैं जो दूसरे स्थान पर काबिज ऑस्ट्रेलिया से 30 अंक कम हैं। भारत 360 अंक के साथ शीर्ष पर है जबकि न्यूजीलैंड (180 अंक) चौथे और पाकिस्तान (140 अंक) पांचवें स्थान पर है।
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नई दिल्ली। रोहित शर्मा के लिये कप्तानी में सबसे अहम चीज है नि:स्वार्थ रहना और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इतिहास की सबसे सफल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस में उन्हें खुद को सबसे कम अहम व्यक्ति कहलाने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।
भारतीय क्रिकेट 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में आईपीएल से बहाल होगा जबकि पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी को रोकने की जद्दोजहद में लगी है। मुंबई इंडियंस को चार खिताब दिलाने वाले रोहित ने कहा, मैं इस बात में विश्वास करता हूं कि जब आप कप्तान हो तो आप सबसे कम अहम व्यक्ति होते है। जब बड़े हित की बात होती है तो अन्य काफी अहम बन जाते हैं। अलग अलग कप्तानों के लिये यह चीज अलग होती है लेकिन जहां तक मेरा संबंध है तो मैं इससे इत्तेफाक रखता हूं।
सुरेश रैना ने हाल में उनके कूल व्यवहार की तुलना महेंद्र सिंह धोनी से की। वह तुलना को तरजीह नहीं देते लेकिन दोनों में एक समानता तो है कि रोहित भी मुश्किल परिस्थितियों को देखते हुए पूर्व भारतीय कप्तान की तरह ही दिखते हैं। उन्होंने हंसते हुए कहा, गुस्सा नहीं दिखाना कोई जानबूझकर किया गया प्रयास नहीं है। उन्होंने कहा, यह मेरी प्रकृति है क्योंकि आप किसी और की तरह दिखाने की कोशिश नहीं करते। आप जो हो, हमेशा वही रहने की कोशिश करते हो।
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नई दिल्ली, 1 अगस्त। टीम इंडिया के धाकड़ ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या हाल ही में पिता बने हैं। 30 जुलाई को उनकी मंगेतर नताशा स्टेनकोविक ने बच्चे को जन्म दिया। यह खुशखबरी खुद हार्दिक ने दुनिया से साझा की थी, अब दो दिन बाद इस स्टार किड की पहली तस्वीर सामने आई है।
हार्दिक ने फैंस को अपने बेटे की पहली झलक दिखाई है। पांड्या ने शनिवार को सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की है, जिसमें वो अस्पताल में अपने बेटे को गोद में लिए हुए नजर आ रहे हैं। बेहद प्यारी इस तस्वीर में हार्दिक के चेहरे पर पिता बनने की खुशी साफतौर पर देखी जा सकती है।
फोटो शेयर करके हार्दिक ने लिखा, भगवान का आर्शीर्वाद। इस पोस्ट में उन्होंने नताशा को भी टैग किया है। देखते ही देखते तस्वीर इंटरनेट पर छा गई और जमकर वायरल हो रही है। फैंस से लेकर सेलिब्रिटिज तक हार्दिक-नताशा को बधाई दे रहे हैं। (amarujala)
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(आईएएनएस)| महिला ग्रैंडमास्टर (डब्ल्यूजीएम) आर. वैशाली और उनके भाई आर. प्रगानन्धा शनिवार से शुरू होने वाले फिडे के पहले ऑनलाइन शतरंज ओलम्पियाड की पूरी शिद्दत के साथ तैयारी कर रहे हैं।
हालांकि, इन दोनों खिलाड़ियों के लिए इस तरह की तैयारी रोज का काम है लेकिन इनकी मां को गर्व है कि उनके बच्चे पहले ऑनलाइन शतरंज ओलम्पियाड में हिस्सा लेने वाले पहले भाई-बहन बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने वाले हैं।
इन दोनों की मां एन. नागालक्ष्मी ने आईएएनएस से कहा, "हमारा घर हमेशा से शांत रहता है क्योंकि हम टीवी नहीं चालू करते। वैशाली (19) और प्रगानन्धा (14) अलग-अलग अभ्यास करते हैं। यह सच है कि दोनों ऑनलाइन शतरंज ओलम्पियाड के लिए भारतीय टीम में हैं लेकिन घर पर जो हो रहा है, वो रोज की बात है।"
उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चों को ओलम्पियाड में खेलते हुए देखना चाहती थीं और उनका यह सपना अब सच होने वाला है।
प्रगानन्धा ने आईएएनएस से कहा, "ऑनलाइन ओम्पियाड के लिए कोई विशेष तैयारी नहीं की है। हम जिस तरह से अभ्यास करते थे, उसी तरह से कर रहे हैं। दूसरी टीमों में जो खिलाड़ी हैं, वो शीर्ष स्तर के हैं। यहां अंतर सिर्फ इतना है कि हमें जल्दी अपनी चालें चलनी होंगी और यह ऑनलाइन होगा।"
उन्होंने कहा कि वह रोज छह घंटे अभ्यास करते हैं।
दोनों के कोच ग्रैंड मास्टर आर.बी. रमेश ने आईएएनएस से कहा, "हम किसी एक टूर्नामेंट के लिए अभ्यास नहीं करते हैं बल्कि लगातार जरूरत के हिसाब से ट्रेनिंग करते हैं।"
प्रगानन्धा ने कहा कि टूर्नामेंट बेशक शनिवार से शुरू हो रहा है लेकिन शीर्ष डिवीजन में टीमें 19-20 अगस्त को खेलेंगी। शनिवार से क्वालीफाइंग मैच शुरू हो रहे हैं।
वैशली और प्रगानन्धा अभ्यास अलग-अलग करते हैं लेकिन वह मैच और पोजिशन को लेकर साथ में बात करते हैं।
उनकी मां ने कहा, "वह एक दूसरे के साथ भी खेलते हैं।"
वैशाली (लड़कियों के वर्ग में आठवीं रैंक पर) और प्रगानन्धा अपने-अपने वर्ग में र्जिव में हैं। दोनों को उम्मीद है कि उन्हें खेलने का मौका मिलेगा।
भारत की महिला टीम में विश्व नंबर-2 कोनेरू हम्पी और वल्र्ड नंबर-9 द्रोणावल्ली हरिका हैं
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नई दिल्ली। बैडमिंटन के राष्ट्रीय मुख्य कोच पी गोपीचंद ने रविवार को कहा कि वैश्विक स्तर पर पीवी सिंधु और साइना नेहवाल की प्रेरणादायक सफलता ने बैडमिंटन को पिछले एक दशक में भारत का सबसे तेजी से लोकप्रिय होने वाला खेल बना दिया है। गोपीचंद ने कहा कि उन्होंने 2004 में हैदराबाद में जब सिंधु, साइना और के श्रीकांत सहित 25 प्रशिक्षुओं को कोचिंग देना शुरू किया था तब किसी ने नहीं सोचा था कि भारत विश्व स्तर के ऐसे खिलाडिय़ों को पैदा करेगा। उन्होंने एक वेबिनार के दौरान कहा, मैं कह सकता हूं कि यह (बैडमिंटन) पिछले 10 वर्षों में सबसे ज्यादा प्रगति करने वाला खेल है। जब मैंने अपना कोचिंग करियर 2004 में शुरू किया था, तब हैदराबाद में सिर्फ 10 अच्छे कोर्ट थे लेकिन अब इसकी संख्या 1000 से ज्यादा हैं। भारतीय कोच ने कहा, देश में अब कई अकादमियां शुरु हो गयी है। मेरी अकादमी में पंजाब, मिजोरम और यहां तक की विदेशों से बच्चे प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं। एक बच्चे के अभिभावक ने तो हैदराबाद में रहने का मन बना लिया ताकि प्रशिक्षण में समस्या ना आये। इस खेल में दिलचस्पी काफी बढ़ी हैं। बैडमिंटन के भविष्य को उज्ज्वल बताते हुए गोपीचंद ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में खेल खेलने की लागत में कम हो जाएगी। उन्होंने कहा, आने वाले दिनों में भारत से और विश्वस्तरीय खिलाड़ी निकलेंगे। इसके अलावा, सिंथेटिक शटल की शुरूआत के साथ अगले कुछ वर्षों में शटल की लागत कम होने जा रही है। यह आने वाले वर्षों में खेल को और अधिक लोकप्रिय बनायेगा। उन्होंने कहा कि 1980 में प्रकाश प्रदुकोण का ऑल इंग्लैंड खिताब भारतीय बैडमिंटन के निर्णायक क्षणों में से एक था। उन्होंने 2001 में ऑल इंग्लैंड चैम्पियपन बनने को अपनी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि बताया। इस 46 साल के कोच ने खिलाडिय़ों से कोविड-19 से जुड़ी अनुशासन के पालन करने को कहा। उन्होंने कहा, हम जून, फिर जुलाई, अगस्त (खेल को फिर से शुरू करने के लिए) के बारे में सोच रहे थे और अब लोग सितंबर के बारे में सोच रहे हैं। कोई नहीं जानता कि खेल कब शुरू होगा। जरूरी बात यह है कि खेल फिर से शुरू होने पर खिलाडिय़ों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार होना होगा।