रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जांच करने किया जा रहा सर्वे

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रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जांच करने किया जा रहा सर्वे

- सब इंजीनियर देंगे अपने-अपने वार्ड की जानकारी  
रिसाली। कैच द रैन अभियान के तहत सर्वे करने रिसाली निगम ने 32 दल गठन किया है। दल में शामिल सद्स्य डोर-टू-डोर जाकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच करेंगे। सर्वे रिपार्ट प्रभारी सब इंजीनियर को सत्यापित कर देना होगा। इसके लिए आयुक्त मोनिका वर्मा ने 7 दिवस का समय दी है।
 नगर पालिक निगम की आयुक्त मोनिका वर्मा ने बताया कि 150 वर्ग मीटर से अधिक जमीन पर बनाए घर में वाटर हार्वेस्टिंग का होना आवश्यक है। कई ऐसे है जो केवल सोख पीट की तरह गड्ढा कर खानापूर्ति कर रहें है। आयुक्त ने कहा है कि ऐसे घरों को वो पहले चिन्हित करेंगी। सर्वे के आधार पर नियमतः रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बनाने सब इंजीनियर गाइड करेंगे। आयुक्त ने बताया कि निगम क्षेत्र में बने बड़े व्यवसायिक परिसर और सामाजिक भवनों के अलावा मांगलिक भवनों में सिस्टम बना है कि उसे जांच करने का निर्देश दिया गया है।
-अपार्टमेंट पर फोकस..
रिसाली निगम क्षेत्र में अपार्टमेंट और कालोनाइजर द्वारा तैयार कालोनी अधिक है। निर्माण समय पूर्ण होने पर बी.सी.सी. लेने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का फोटोग्राफ्स भी प्रस्तुत किया जाता है। सिस्टम सही है कि नहीं अथवा वास्तव में पानी जमीन के अंदर जा रहा है कि नहीं इसकी जांच नहीं होती। निगम के सब इंजीनियर अपार्टमेंट व कालोनी में बनाए हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनी उपस्थिति में चेक कराना होगा। सिस्टम बंद पाए जाने पर उसका मरम्मत मकान स्वामी या फिर सोसायटी स्वयं के व्यय पर करेंगे।
-सब इंजीनियर को करना होगा सत्यापन..
आयुक्त ने इसकी जिम्मेदारी वार्ड प्रभारी सब इंजीनियर को दी है। सहयोग के लिए सुपरवाइजर की ड्यूटी लगाई गई है। 7 दिवस में सर्वे कार्य पूर्ण होने पर प्रभारी सब इंजीनियर को अपने वार्ड का सत्यापित रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगा। आयुक्त ने कहा है कि रिपोर्ट की सत्यता जांचने वे रेण्डम जांच भी करेंगी। गड़बड़ी पाए जाने पर सब इंजीनियर को कारण बताओं नोटिस जारी किया जाएगा।